माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में पवित्र भस्म आरती की गई। बाबा महाकाल के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए हज़ारों श्रद्धालु उमड़े। बाबा महाकाल को सूखे मेवे से सजाया गया, भस्म लगाई गई और आरती के साथ पूजा की गई। सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई। माघ पूर्णिमा के दिन बाबा महाकाल का नाम जपना पुण्यदायी माना जाता है। भगवान शिव को महाकाल इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्हें समय से परे, शाश्वत और अविनाशी कहा जाता है। माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने शिप्रा नदी के रामघाट पर पवित्र स्नान किया। इससे पहले माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर चल रहे महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और बुधवार को पवित्र स्नान किया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 48.83 मिलियन से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं।
मध्य प्रदेश: माघ पूर्णिमा के अवसर पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में हुई भस्म आरती
