यूपी विधानसभा के बजट सत्र से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष से सदन की कार्यवाही को सकारात्मक रूप से संचालित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास के लिए सार्थक चर्चा आवश्यक है और सरकार सभी मुद्दों पर तथ्यों के साथ जवाब देने के लिए तैयार है।
विधानमंडल का बजट सत्र मंगलवार यानी आज से शुरू होगा। पहले दिन विधानसभा व विधान परिषद के संयुक्त सदन को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल संबोधित करेंगी। सत्र को लेकर सोमवार को सर्वदलीय बैठक हुई। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों से कहा कि जनहित के मुद्दों को सदन में रखें और स्वस्थ चर्चा कर प्रदेश में विकास को गति देने में सहयोग करें। अध्यक्ष ने भी सदन के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों का सहयोग मांगा। वहीं, विपक्ष ने सदन में सरकार को घेरने की तैयारी की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में स्वस्थ चर्चा होनी चाहिए। इससे प्रदेश का विकास भी होता है और जनता की समस्याओं का समाधान भी।
सीएम ने कहा कि सदन के संचालन में किसी प्रकार की बाधा न आए, इसका ध्यान सभी को रखना चाहिए। यूपी देश का पहला राज्य है जहां ई-विधान लागू किया गया है, जिससे विधानसभा की पूरे देश में नई पहचान बनी है।
20 फरवरी को सदन में प्रस्तुत होगा यूपी का सामान्य बजट
मुख्यमंत्री ने विधानमंडल की कार्यवाही में आए सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि राज्यों में महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण से इस सत्र की शुरुआत होती है। इसी सत्र के दौरान वर्ष भर के लिए राज्य सरकार का बजट भी पारित होता है। अन्य विधायी कार्यों के साथ ही जनहित व राज्य के विकास से जुड़े हुए महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सदन में चर्चा होती है। आज विधानमंडल की कार्यवाही प्रारंभ होने के साथ ही महामहिम राज्यपाल का महत्वपूर्ण अभिभाषण भी होगा। इसके उपरांत कल से महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में चर्चा भी होगी। 20 फरवरी को वर्ष 2025-26 का यूपी का सामान्य बजट सदन में प्रस्तुत होगा। सदन 18 फरवरी से 5 मार्च तक प्रस्तावित किया गया है।
सदन सुचारू रूप से संपन्न हो, यह केवल सत्ता पक्ष का नहीं दायित्व
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में बहुत कम क्षण आए हैं, जब इतने लंबे समय के लिए सदन आहूत किया गया हो। सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संपन्न हो, यह केवल सत्ता पक्ष का नहीं, बल्कि विपक्ष का भी महत्वपूर्ण दायित्व है। उन्होंने आशा जताई कि सदन चर्चा-परिचर्चा का मंच बने। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार ने पिछले लगभग आठ वर्ष के अंदर जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, वह अभूतपूर्व हैं। अभिभाषण व सदन के अंदर चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से उसकी झलक देखने को मिलती है।
विपक्ष मदद करे तो यह बजट सत्र बहुत अच्छा हो सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के परसेप्शन में आए व्यापक बदलाव और देश-दुनिया के द्वारा यूपी को आकर्षण का केंद्र मानते हुए वर्तमान स्थितियां दिखती हैं। हताश-निराश विपक्ष इन मुद्दों पर चर्चा और सदन की कार्यवाही से भागने का प्रयास करता है। विपक्ष अगर सार्थक चर्चा को आगे बढ़ाने में मदद करेगा तो यह बजट सत्र बहुत अच्छा हो सकता है। 5 मार्च तक चलने वाली सदन की कार्यवाही महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करने, सभी सदस्यों को अपनी बात रखने, सामान्य व अनुदान मांगों पर भी चर्चा करने के साथ ही विधायी कार्यों को संपन्न करने के साथ-साथ जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रभावी चर्चा का मंच बन सकता है। यहां माननीय सदस्यों को अपनी बातें रखने का अवसर भी प्राप्त होगा। इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, धर्मपाल सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।