इससे पहले ममता ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, ‘मैंने महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने वाले तीर्थयात्रियों के बारे में कभी नहीं कहा, मैं उनका सम्मान करती हूं। मैं वहां की व्यवस्था और तैयारी के बारे में बात कर रही हूं।’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने महाकुंभ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा ममता के बयान गलत हैं, क्योंकि 70 करोड़ लोगों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई, जो सनातन धर्म के अपार प्रभाव को दर्शाता है। मिथुन ने कहा, ‘वह जो कह रही हैं, वह गलत है। 70 करोड़ लोग यहां आए हैं और पवित्र डुबकी लगाई है। क्या यह गलत है? लोगों ने सनातन धर्म की शक्ति देखी है।
ममता ने क्या कहा था?
इससे ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा था कि 144 साल बाद महाकुंभ होने का दावा झूठा है। उन्होंने कहा, ‘144 साल बाद अब यह महाकुंभ आएगा। यह सही नहीं है। अगर मैं गलत हूं, तो मुझे सुधारें। मेरे ज्ञान के अनुसार, पुण्य स्नान का संयोग हर साल आता है। हम गंगासागर मेला आयोजित करते हैं। इसलिए मुझे पवित्र स्नान के बारे में पता है।’
ममता को देनी पड़ी सफाई
इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि वह महाकुंभ का सम्मान करती हैं। इस दौरान उन्होंने ‘मृत्यु कुंभ’ शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा, ‘मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं, लेकिन कोई योजना नहीं है। कितने लोग ठीक हुए हैं?’ पश्चिम बंगाल की सीएम ने महाकुंभ पर अपनी टिप्पणी को स्पष्ट करते हुए कहा कि वह भव्य आयोजन की तैयारियों के बारे में बात कर रही थीं। उन्होंने कहा कि अगर कोई योजना नहीं होगी तो लोग परेशान होते रहेंगे। ममता ने आगे मांग की कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार को महाकुंभ भगदड़ में मरने वालों के परिवारों को मुआवजा देना चाहिए।
व्यवस्था और तैयारी के बारे में बात कर रही हूं’
उन्होंने कहा, ‘मैंने महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने वाले तीर्थयात्रियों के बारे में कभी नहीं कहा, मैं उनका सम्मान करती हूं। मैं वहां की व्यवस्था और तैयारी के बारे में बात कर रही हूं। अगर कोई योजना नहीं होगी, तो लोग परेशान होंगे। मैं योगी सरकार से महाकुंभ 2025 भगदड़ में मरने वालों को मुआवजा देने की अपील करती हूं।’
महाशिवरात्रि स्नान के लिए व्यापक इंतजाम
इस बीच महाकुंभ में बुधवार को महाशिवरात्रि पर स्नान के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने लोगों से संगम पर एकत्र होने के बदले नजदीकी घाट पर पवित्र स्नान करने की अपील की है। महाकुंभ में अब तक रिकॉर्ड 64 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। अंतिम स्नान के लिए श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए मंगलवार शाम चार बजे से पूरे मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया है।।
वह जो कह रही हैं, वह गलत है’, महाकुंभ पर विवादित बयान को लेकर मिथुन चक्रवर्ती ने ममता को घेरा
