यूपी बोर्ड के पूर्व निदेशक और पूर्व एमएलसी वासुदेव यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है। वासुदेव यादव सपा मुखिया अखिलेश यादव के करीबियों में में भी आते हैं।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में यूपी बोर्ड के पूर्व निदेशक वासुदेव यादव को पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उन्हें वाराणसी कोर्ट में पेश किया गया। मुकदमें की तिथि पर उपस्थित होने के लिए अदालत द्वारा कई बार उन्हें समन जारी किया गया था, लेकिन उनके द्वारा अदलात में उपस्थित न होने पर न्यायालय ने वारंट जारी किया और अब उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वासुदेव यादव पूर्व में एमएलसी भी रह चुके हैं और वह सपा मुखिया अखिलेश यादव के करीबी भी हैं।
न्यायालय से भेजा गया जेल
गिरफ्तारी के बाद वासुदेव यादव को न्यायालय पेश किया गया था। जहां वासुदेव यादव की ओर से अंतरिम जमानत का प्रार्थनापत्र दिया गया, लेकिन इसपर अभियोजन पक्ष की ओर से विरोध जताया गया और इसपर विशेष न्यायाधीश द्वारा अतंरित जमानत की याचिका को खारिज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया।
साल 2021 में दर्ज हुई थी एफआइआर
पूर्व एमएलसी वासुदेव यादव के खिलाफ 6 अप्रैल 2021 में सतर्कता अधिष्ठान प्रयागराज द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था। विवेचना के बाद उनके खिलाफ अरोप पत्र भी न्यायालय में प्रेषित कर दिया गया था।
योगी सरकार आने के बाद शुरू हुई थी जांच
यूपी में 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद 12 सितंबर को वासुदेव यादव के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश हुए थे. वासुदेव यादव की बेटी निधि यादव समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता हैं. वासुदेव यादव को मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता था. आरोप है कि यादव परिवार का करीबी होने की वजह से समाजवादी पार्टी की सरकारों में उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाती थी. वासुदेव यादव का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी चल रहा था |
गिरफ़्तारी के बाद पार्टी ने साधी चुप्पी
प्रयागराज के डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने भी सपा नेता और पूर्व एमएलसी वासुदेव यादव की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. उनके मुताबिक गिरफ्तारी वाराणसी पुलिस ने की है और प्रयागराज पुलिस ने सिर्फ सहयोग किया है. वासुदेव यादव की गिरफ्तारी के बाद परिवार और पार्टी के नेताओं ने चुप्पी साध ली है. परिवार का कोई भी सदस्य फिलहाल कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.