इज़राइल सेना ने शुक्रवार को दावा किया कि इजरायल की सेना ने गुरुवार (20 मार्च 2025) को दक्षिणी गाजा में हमास के सैन्य खुफिया प्रमुख ओसामा ताबाश को मार गिराया। इजरायली सेना और शिन बेट ने संयुक्त बयान में कहा कि ओसामा ताबाश हमास का बड़ा नेता था, जो उनकी निगरानी और टारगेटिंग यूनिट का भी प्रमुख था और एक बयान में सेना ने हमास नेता का नाम ओसामा तबाश बताया। एएनआइ के अनुसार इजराइल रक्षा बलों ने कहा कि हमास और फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद के तीन लोगों को मार गिराया गया है। गाजा में लड़ाई जारी है। उसने कहा कि वह आतंकवादी समूह की निगरानी और लक्ष्यीकरण इकाई का प्रमुख भी था। इस पर हमास की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई।
इज़राइल ने हमास के टॉप कमांडर को उड़ाया
एएनआइ के अनुसार, इजराइल रक्षा बलों ने कहा कि हमास और फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद के तीन लोगों को मार गिराया गया है। इसमें हमास के जनरल सिक्योरिटी अपैरेटस के प्रमुख राशिद जहजौह को खान यूनिस क्षेत्र में हमास के जनरल सिक्योरिटी अपैरेटस के प्रमुख अयमान अत्सिला के साथ मारा गया। आइडीएफ के अनुसार, जहजौह ने गाजा में हमास के शासन को वैध बनाने के लिए प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ओसामा ताबाश गाजा के खान यूनिस ब्रिगेड में बटालियन कमांडर रह चुका था और 2005 में गश कतीफ जंक्शन पर हुए आत्मघाती हमले में शामिल था, जिसमें शिन बेट कोऑर्डिनेटर ओदेद शेरोन की मौत हुई थी। पिछले एक साल से वह हमास की सैन्य ताकत बढ़ने में जुटा था। ओसामा ने 7 अक्टूबर के हमले में भी अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें टारगेट्स और घुसपैठ की योजना बनाई गई थी। हमास-इजरायल युद्ध के दौरान उसकी यूनिट IDF की गतिविधियों पर नजर रखती थी और हमले करवाती थी। IDF ने कहा है कि उसकी मौत से हमास की खुफिया क्षमता को बड़ा चोट पहुँचने की उम्मीद है।

इजरायली अटॉर्नी जनरल ने कही ये बात
शीर्ष अदालत ने कहा कि वह बर्खास्तगी पर अस्थायी रोक लगा रही है, क्योंकि अपील पर आठ अप्रैल से पहले सुनवाई हो सकती है। जबकि इजरायली अटॉर्नी जनरल ने कहा कि कैबिनेट के पास रोनेन बार को बर्खास्त करने का कोई कानूनी आधार नहीं है।इससे पहले नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि रोनेन की बर्खास्तगी दस अप्रैल से प्रभावी होगी। नेतन्याहू ने पिछले सप्ताह कहा था कि ‘शिन बेट’ प्रमुख रोनेन से उनका विश्वास उठ गया है और वह उनको बर्खास्त करने पर विचार कर रहे हैं।
हमास की ओर से सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर किए गए हमले के संबंध में ‘शिन बेट’ की रिपोर्ट में सुरक्षा एजेंसी की विफलता की बात स्वीकार की गई थी। हालांकि रिपोर्ट में यह भी गया था कि नेतन्याहू सरकार की नीतियों ने ऐसी परिस्थितियां पैदा कीं, जिनके कारण यह हमला हुआ।
गाजा में इजरायली हमलों में कई घर क्षतिग्रस्त
गाजा पट्टी में रात भर हुए इजरायली हमलों में 91 फलस्तीनी मारे गए, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए। आधी रात को कई घरों को निशाना बनाया गया। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हवाई हमला शुरू होने के कारण फलस्तीनियों को जान बचाने के लिए फिर से घर छोड़कर भागना पड़ा है।
आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया
इजरायली सेना ने कहा कि उसने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। हमास ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल पर राकेट दागे। इजरायली विमानों ने आवासीय इलाकों में पर्चे गिराए और लोगों को उत्तर में बेत लाहिया और बेत हनून कस्बों, गाजा शहर के शेजैया और दक्षिण में खान यूनिस के पूर्वी बाहरी इलाकों के कस्बों से बाहर निकलने का आदेश दिया।
सेना ने फलस्तीनियों को दक्षिण से उत्तरी गाजा में प्रवेश करने से भी रोक दिया है। लोगों को उत्तर की ओर जाने या वहां से बाहर निकलने के लिए मुख्य उत्तर-दक्षिण राजमार्ग का उपयोग न करने की चेतावनी दी है और कहा है कि गाजा के तटीय मार्ग के साथ केवल दक्षिण की ओर जाने की अनुमति होगी।