साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास! 27 साल बाद ICC ट्रॉफी जीतकर बना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन

साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) जीत ली है। टीम ने शनिवार को डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हरा दिया।

साउथ अफ्रीका ने लॉर्ड्स में खेले गए WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया. यह जीत 141 साल के टेस्ट इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी रन चेज में शामिल हो गई.

एडेन मारक्रम (136) की शानदार पारी और कप्तान तेम्बा बावुमा (66) की अहम साझेदारी ने टीम को जीत की ओर अग्रसर किया. ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबला कठिन बनाने की कोशिश की, लेकिन साउथ अफ्रीका ने संयम बनाए रखा और 282 रन बनाकर लक्ष्य हासिल किया.

मारक्रम को उनकी 207 गेंदों की मैराथन पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ घोषित किया गया. जब टीम को जीत के लिए 6 रन की जरूरत थी, तब वे आउट हुए, लेकिन काइल वेरेने (नाबाद 4) ने विजयी रन जड़कर साउथ अफ्रीका को ऐतिहासिक जीत दिलाई.

साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास! 27 साल बाद ICC ट्रॉफी जीतकर बना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन
साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास! 27 साल बाद ICC ट्रॉफी जीतकर बना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन

टेस्ट क्रिकेट को कहा चमत्कार

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा कि ‘टेस्ट क्रिकेट आज भी अपना मैजिक दिखा रहा है’. सचिन  ने आगे लिखा कि फाइनल मुकाबले में हर सेशन की अपनी एक अलग स्टोरी देखने को मिली. दक्षिण अफ्रीकी टीम ने इतने कठिन मैच में शांति से काम लिया. तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों के बारे में लिखते हुए कहा कि इस अंडर प्रेशर गेम में एडन मार्करम के मानसिक संतुलन और बवुमा के धैर्य ने साउथ अफ्रीका की टीम को फाइनल मैच की चौथी पारी तक खड़ा रखा.

सचिन ने की मार्करम की तारीफ

सचिन ने की मार्करम की तारीफ
सचिन ने की मार्करम की तारीफ

सचिन तेंदुलकर ने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि मार्करम का ये शतर हमेशा याद रखा जाएगा. वहीं मार्करम और बवुमा के बीच हुई पार्टनरशिप पर तेंदुलकर ने लिखा कि इस साझेदारी ने उम्मीद को इतिहास में बदल दिया. सचिन तेंदुलकर ने अपनी पोस्ट आखिर में साउथ अफ्रीका की टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन बनने की बधाई दी.

लॉर्ड्स में पांचवीं बार चेज हुआ 200+ रनों का लक्ष्य


दक्षिण अफ्रीका का टेस्ट में सबसे सफल रन चेज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था। 2008 में पर्थ में खेले गए उस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने 414 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। वहीं इस टीम के खिलाफ वह 2002 में डरबन में 335 रनों का लक्ष्य भी प्राप्त कर चुकी है। अब दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही अपने टेस्ट करियर का तीसरा सफल रन चेज किया। यह लॉर्ड्स मैदान पर भी संयुक्त रूप से दूसरा सबसे बड़ा रन चेज है। यह पांचवीं बार है जब इस मैदान पर टेस्ट में 200+ रनों का लक्ष्य प्राप्त किया गया है।

बढ़त लेने के बावजूद हारी ऑस्ट्रेलियाई टीम


ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी तीसरे दिन 207 रन पर सिमट गई थी। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 212 रन बनाए थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 138 रन पर सिमट गई थी। पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 74 रन की बढ़त मिली थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 281 रन हुई थी। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत झटके के साथ हुई। रेयान रिकेल्टन सिर्फ छह रन बना पाए।

उन्हें मिचेल स्टार्क ने अपना शिकार बनाया। वहीं, वियान मुल्डर सिर्फ 27 रन बना पाए। उन्हें भी स्टार्क ने पवेलियन भेजा था। 70 के स्कोर पर दो विकेट खो चुकी प्रोटियाज टीम को एक बड़ी साझेदारी की जरूरत थी। एडेन मार्करम ने टेम्बा बावुमा के साथ शतकीय साझेदारी निभाई और जीत की नींव रखी।

दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 


दक्षिण अफ्रीका ने चौथे दिन की शुरुआत दो विकेट पर 213 रन से की थी, लेकिन टीम ने शनिवार को बावुमा का विकेट जल्द गंवाया जो 134 गेंदों पर 66 रन बनाकर आउट हुए। बावुमा को पैट कमिंस ने अपना शिकार बनाया। फिर ट्रिस्टन स्टब्स भी स्टार्क की गेंद पर बोल्ड हुए और आठ रन बनाकर पवेलियन लौटे। मार्करम हालांकि डटे रहे और टीम को जीत की दहलीज पर ले आए। लेकिन वह मैच फिनिश नहीं कर सके और जोश हेजलवुड की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। मार्करम 207 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से 136 रन बनाकर आउट हुए। डेविड बेडिंघम और काइल वेरेने ने आखिरकार मैच समाप्त किया और दक्षिण अफ्रीका का खिताबी सूखा समाप्त किया। मार्करम को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। 

डब्ल्यूटीसी चैंपियन बनने वाली तीसरी टीम


बेडिंघम 21 रन और वेरेने चार रन बनाकर नाबाद लौटे ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में स्टार्क ने तीन विकेट झटके, जबकि हेजलवुड और कमिंस को एक-एक विकेट मिला।  दक्षिण अफ्रीका की टीम डब्ल्यूटीसी की विजेता बनने वाली तीसरी टीम है। इससे पहले न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने यह खिताब अपने नाम किया है। दक्षिण अफ्रीका ने इस तरह आईसीसी खिताब जीतने का 27 साल सूखा समाप्त कर लिया है।

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