मौसम विभाग ने आठ राज्यों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी दी है। मध्य प्रदेश और यूपी के साथ उत्तर पूर्वी राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
देश में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार, 23 जून को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और उत्तराखंड समेत 8 राज्यों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति और जलभराव की आशंका भी जताई गई है।

कहां-कहां जारी हुआ है अलर्ट?
IMD के मुताबिक, निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी से सक्रिय होकर उत्तर और मध्य भारत की ओर बढ़ रहा है। इससे हवा में नमी बढ़ी है और भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। विभाग ने निम्नलिखित राज्यों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है:

🔸 उत्तर प्रदेश:
- पूर्वांचल, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर क्षेत्रों में तेज़ बारिश की संभावना।
- कुछ जिलों में बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है।
🔸 मध्य प्रदेश:
- भोपाल, इंदौर, जबलपुर और रीवा जिलों में भारी बारिश के साथ आंधी की संभावना।
- नदी-नालों में पानी बढ़ने की आशंका।
🔸 दिल्ली:
- दिनभर आसमान में बादल छाए रहेंगे, दोपहर से शाम तक हल्की से मध्यम बारिश संभव।
- कई इलाकों में जलभराव की समस्या।
🔸 राजस्थान (पूर्वी हिस्से):
- कोटा, जयपुर, भरतपुर में मध्यम से तेज़ बारिश।
- किसान वर्ग को बारिश से राहत मिलेगी।
🔸 बिहार और झारखंड:
- भारी वर्षा के कारण नदी किनारे के क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है।
- विशेष सावधानी बरतने की सलाह।
🔸 उत्तराखंड:
- पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंका।
- यात्रियों और चारधाम यात्रियों को सतर्क रहने की चेतावनी।
कहां-कहां जारी हुआ है अलर्ट?
जहां एक ओर बारिश गर्मी से राहत देगी, वहीं कई क्षेत्रों में यह आफत का रूप भी ले सकती है:
- निचले इलाकों में जलभराव: दिल्ली, लखनऊ, भोपाल में ट्रैफिक जाम और सड़कें जलमग्न होने की आशंका।
- बिजली गिरने की घटनाएं: पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में पिछले सालों में इस मौसम में बिजली गिरने से मौतें हो चुकी हैं, इसलिए लोग सावधानी बरतें।
- भूस्खलन का खतरा: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई है।
राहत की उम्मीद भी
हालांकि भारी बारिश अपने साथ कुछ दिक्कतें भी ला सकती है, लेकिन कृषि पर निर्भर इलाकों के लिए यह बारिश वरदान साबित हो सकती है:
- किसानों के लिए खुशखबरी: खरीफ की बुवाई में तेजी आएगी, खासकर धान, मक्का और मूंगफली जैसी फसलों के लिए यह मौसम अनुकूल।
- जलस्तर में वृद्धि: लंबे समय से पानी की कमी झेल रहे क्षेत्रों में तालाबों और बांधों का जलस्तर सुधरेगा।
मौसम विभाग की सलाह
IMD और स्थानीय प्रशासन ने आम लोगों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
- बिजली कड़कने पर खुले में न रहें
- पानी भरे रास्तों से बचें, विशेषकर वाहन चालक
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
- सभी यात्रा योजनाएं मौसम अपडेट देखकर ही बनाएं
हेल्पलाइन नंबर और अलर्ट सेवा
- राज्य आपदा नियंत्रण कक्षों के हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए गए हैं।
- मौसम विभाग की [मोबाइल ऐप] और [मौसम वेबसाइट] पर अलर्ट लगातार अपडेट किए जा रहे हैं।
- WhatsApp/Telegram चैनलों के जरिए स्थानीय अलर्ट भेजे जा रहे हैं।
निष्कर्ष
23 जून का दिन उत्तर और मध्य भारत के लिए मॉनसून की असली परीक्षा साबित हो सकता है। जहां खेतों को सिंचाई मिलेगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं बिजली गिरने, जलभराव और ट्रैफिक जैसी परेशानियां भी सामने आ सकती हैं।
“बारिश आफत बने या राहत — यह अब हमारी सतर्कता और तैयारी पर निर्भर है।”
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