भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ जारी 5 मैचों की टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले को 24 रनों से अपने नाम करने के साथ सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए रोमांचक महिला क्रिकेट मुकाबले में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की। लेकिन इस बार जीत की कहानी में नाम ना तो स्मृति मंधाना का था, और ना ही कप्तान हरमनप्रीत कौर का। इस मैच में जो खिलाड़ी चमकी, वो थी 24 वर्षीय युवा ऑलराउंडर शेफाली वर्मा, जिन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया को विजयी राह पर पहुंचा दिया।

शेफाली वर्मा बनीं जीत की हीरो
हरियाणा की 24 साल की क्रिकेटर शेफाली वर्मा ने इस मुकाबले में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान खींचा। जहां शीर्ष क्रम लड़खड़ाता नजर आया, वहीं शेफाली ने आक्रामक अंदाज में रन बनाकर स्कोर को स्थिरता दी।
शेफाली की पारी:
- रन: 68
- गेंदें: 43
- चौके: 9
- छक्के: 2
उनकी यह पारी ऐसे समय आई जब टीम को बड़े स्कोर की जरूरत थी और नियमित अंतराल पर विकेट गिर रहे थे। शेफाली ने न सिर्फ स्कोरबोर्ड को गति दी, बल्कि विपक्षी गेंदबाजों की लाइन-लेंथ भी बिगाड़ दी।
ऑलराउंड शो से चौंकाया सभी को
बल्लेबाजी के बाद शेफाली ने गेंद से भी कमाल किया। उन्होंने 3 ओवर में मात्र 16 रन देकर 2 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। इनमें इंग्लैंड की सेट बल्लेबाज़ डैनी व्याट और मध्यक्रम की खिलाड़ी नताली साइवर के विकेट भी शामिल थे, जिनकी वापसी ने इंग्लिश टीम की रन गति को थाम दिया।
हरमनप्रीत और स्मृति रहे फीके

जहां कप्तान हरमनप्रीत कौर सिर्फ 12 रन ही बना सकीं और स्मृति मंधाना शुरुआत में 8 रन पर आउट हो गईं, ऐसे में टीम को एक स्थायी साझेदारी की सख्त जरूरत थी। शेफाली ने इस चुनौती को बखूबी समझा और सधी हुई आक्रामकता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाई।
कोच और कप्तान से मिली तारीफ
मैच के बाद कप्तान हरमनप्रीत ने शेफाली की प्रशंसा करते हुए कहा,
“शेफाली ने आज दिखा दिया कि वह सिर्फ एक स्ट्राइकर नहीं, बल्कि एक मैच विनर है। उसने दबाव में बेहतरीन बल्लेबाजी की और हमें जीत दिलाई।”
टीम के कोच ने भी उनके प्रदर्शन को “गति बदलने वाला” बताया।
भारत की यह लगातार तीसरी जीत
इस जीत के साथ भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ इस श्रृंखला में अपनी तीसरी जीत दर्ज की, और अब सीरीज पर भी उनकी मजबूत पकड़ बन गई है। भारत की गेंदबाजी इकाई भी इस मैच में किफायती और आक्रामक दोनों नजर आई।
शेफाली: भारत की नई ‘फिनिशर’?
विशेषज्ञों का मानना है कि शेफाली अब सिर्फ ओपनिंग की ही नहीं, बल्कि मिडल ऑर्डर में भी उपयोगी साबित हो सकती हैं। उनकी स्ट्राइक रेट और मानसिक दृढ़ता ने टीम मैनेजमेंट को नए विकल्प दिए हैं।
निष्कर्ष
टीम इंडिया की इस जीत ने साबित कर दिया है कि अब भारतीय महिला क्रिकेट टीम में नई पीढ़ी की खिलाड़ी भी मैच जिताने की क्षमता रखती हैं। शेफाली वर्मा ने न केवल बल्ले और गेंद से अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, बल्कि यह भी दिखा दिया कि अब टीम इंडिया सिर्फ दो-तीन दिग्गजों पर निर्भर नहीं रही। आने वाले समय में वो भारतीय क्रिकेट की अगली बड़ी स्टार बनकर उभर सकती हैं।
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