“कन्हैया कुमार से डरी हुई है RJD”: प्रशांत किशोर के बयान ने बढ़ाया सियासी तापमान !

जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि RJD का नेतृत्व कन्हैया कुमार जैसे लोगों से डरा हुआ है। आइए जानते हैं कि प्रशांत किशोर ने ऐसा दावा क्यों किया है।

पटना, जुलाई 2025 — बिहार की राजनीति में एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है। जन सुराज अभियान चला रहे चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर (PK) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि “कन्हैया कुमार जैसे युवा नेताओं से RJD डरी हुई है।” उनके इस बयान से बिहार की सियासी गलियों में हलचल मच गई है और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच नए समीकरणों की अटकलें तेज हो गई हैं।

प्रशांत किशोर ने यह टिप्पणी एक जनसभा को संबोधित करते हुए की, जहां उन्होंने बिहार की वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था और पारिवारिक पार्टियों पर तीखा हमला किया। PK का दावा है कि राज्य में युवा नेतृत्व को उभरने नहीं दिया जा रहा और इसे जानबूझकर दबाने की कोशिश की जा रही है।

"कन्हैया कुमार से डरी हुई है RJD": प्रशांत किशोर के बयान ने बढ़ाया सियासी तापमान !
“कन्हैया कुमार से डरी हुई है RJD”: प्रशांत किशोर के बयान ने बढ़ाया सियासी तापमान !

RJD पर सीधा वार

प्रशांत किशोर ने कहा,

“बिहार की राजनीति में जो युवा सोच और नए विचार लेकर आते हैं, उन्हें पुराने नेताओं और वंशवादी पार्टियों से खतरा है। RJD इसलिए कन्हैया कुमार जैसे पढ़े-लिखे और जमीनी नेता से डरती है, क्योंकि वह उनके परिवारवाद को चुनौती दे सकते हैं।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी RJD, राज्य में युवाओं को केवल नारेबाजी और जातिगत गोलबंदी तक सीमित रखना चाहती है, ताकि राजनीतिक वर्चस्व को बनाए रखा जा सके।

कन्हैया कुमार कौन हैं?

कन्हैया कुमार, बेगूसराय से आने वाले युवा नेता और पूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष, हाल के वर्षों में भारतीय राजनीति में खासा चर्चा में रहे हैं। एक समय वामपंथी राजनीति से जुड़े कन्हैया अब कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं। हालांकि, बिहार में उन्हें लेकर तमाम राजनीतिक दल सतर्क हैं, क्योंकि उनकी राजनीतिक शैली और युवाओं के बीच लोकप्रियता से वे बड़ी ताकत बन सकते हैं।

हाल ही में यह चर्चा जोरों पर थी कि कन्हैया कुमार को बिहार में कांग्रेस के बड़े चेहरे के रूप में उभारने की योजना है, जिससे RJD को असहजता महसूस हो रही है, खासकर ऐसे वक्त में जब विपक्षी एकता की कोशिशें चल रही हैं।

RJD की प्रतिक्रिया

RJD की प्रतिक्रिया
RJD की प्रतिक्रिया

प्रशांत किशोर के बयान पर RJD ने भी तीखा पलटवार किया है। पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा,

“प्रशांत किशोर खुद राजनीतिक रूप से अस्थिर और भ्रमित हैं। उनका जन सुराज अभियान पूरी तरह फ्लॉप है, इसलिए अब वह दूसरे नेताओं को लेकर बेबुनियाद बयानबाजी कर रहे हैं। RJD को कन्हैया कुमार से कोई डर नहीं है, बल्कि हम हर युवा को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि कन्हैया कुमार खुद कांग्रेस में हैं और RJD का उनसे कोई राजनीतिक टकराव नहीं है। उन्होंने PK पर भाजपा के इशारों पर काम करने का भी आरोप लगाया।

कांग्रेस की स्थिति

कांग्रेस इस पूरे मुद्दे पर फिलहाल चुप्पी साधे हुए है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि पार्टी बिहार में अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने के लिए कन्हैया कुमार को बड़ा चेहरा बनाने की तैयारी में है। लेकिन अगर RJD और कांग्रेस के रिश्तों में खटास आती है, तो विपक्षी गठबंधन के समीकरण बिगड़ सकते हैं।

PK की रणनीति

प्रशांत किशोर ने अपने जन सुराज अभियान के तहत बिहार के सैकड़ों गांवों का दौरा किया है और दावा किया है कि वह राजनीति को “जन” से जोड़ना चाहते हैं, न कि “परिवारवाद” से। उन्होंने पहले भी कई बार RJD और JDU जैसी पार्टियों पर व्यक्तिगत और वैचारिक हमले किए हैं। अब कन्हैया को लेकर दिया गया बयान उनकी नई रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, ताकि वह राज्य के युवा मतदाताओं को आकर्षित कर सकें।

निष्कर्ष

प्रशांत किशोर के बयान ने एक बार फिर बिहार की राजनीति को गरमा दिया है। जहां एक ओर उन्होंने कन्हैया कुमार को युवा उम्मीद बताया, वहीं दूसरी ओर RJD को चुनौती देने की कोशिश भी की। इस बयान का असर आने वाले चुनावी गठबंधनों और रणनीतियों पर कितना पड़ेगा, यह आने वाला समय बताएगा। मगर इतना तय है कि बिहार में राजनीति अब और दिलचस्प मोड़ लेने वाली है।

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