वोटरों की बाढ़ में बह गए मिल्कीपुर के सारे रिकॉर्ड, टूटे पिछले कई रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले और फैजाबाद लोकसभा के अंदर आने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट के वोटरों ने इस उपचुनाव में ही आजादी के बाद से अब तक के मतदान के सारे रिकॉर्ड तोड़ तोड़ दिए। फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के विधानसभा सीट छोड़ने पर मिल्कीपुर में उपचुनाव हो रहा है। यह भी बता दें कि मिल्कीपुर उपचुनाव का नतीजा 8 फरवरी को आएगा.

चुनाव आयोग के मुताबिक शाम 5 बजे तक मिल्कीपुर सीट पर 65.25 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया है। मिल्कीपुर में इससे पहले अब तक का सबसे ज्यादा मतदान 60.58 परसेंट था। आम तौर पर उपचुनाव में कम वोट पड़ते हैं लेकिन मिल्कीपुर सीट ने इस धारणा को ना सिर्फ तोड़ा है बल्कि एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक शाम 5 बजे तक जो मतदाता पोलिंग बूथ पर लाइन में लग जाते हैं, उनके वोट करने के बाद ही मतदान बंद होता है। इसलिए अंतिम आंकड़ा आने पर शाम 5 बजे तक के आंकड़े 65.25 प्रतिशत में कुछ और इजाफा हो सकता है। उत्तर प्रदेश में आजादी के बाद 1951 से अब तक कुल 18 बार विधानसभा के आम चुनाव हुए हैं लेकिन मिल्कीपुर सीट पहली बार 1967 में बनी। 1951 से 2022 तक असेंबली के 15 चुनाव हुए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा वोट 2022 में पड़ा था। तब 60.58 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

मिल्कीपुर में 5 बजे तक हुआ कितना मतदान?

अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर शाम 5 बजे तक 65.25% मतदान हुआ है. बता दें कि मिल्कीपुर क्षेत्र में इस उपचुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुआ है और पिछला रिकॉर्ड टूट गया है जो लगभग 59% का था।

शाम 5 बजे मिल्कीपुर उपचुनाव की वोटिंग खत्म हो गई है. इस चुनाव में भाजपा ने चंद्रभानु प्रसाद जबकि उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मौका दिया था. कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव से दूरी बनाई.

मिल्कीपुर में वोटिंग खत्म होते ही सपा ने की ये अपील
समाजवादी पार्टी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘समाजवादी पार्टी के सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से अपील है कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव का मतदान खत्म होने बाद ईवीएम सील होने तक और उसके बाद जबतक ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम तक नहीं पहुंच जाता है, तब तक आप उसकी निगरानी करें. मतदान खत्म होने के बाद जिस गाड़ी पर ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम जाता है, आपलोग उस गाड़ी के पीछे पीछे जाकर स्ट्रॉन्ग रूम तक छोड़ कर आए. साथ ही पार्टी के पोलिंग एजेंट पीठासीन अधिकारी से फॉर्म 17 ग (भाग-1) अवश्य प्राप्त करे और उसे निर्वाचन अभिकर्ता को उपलब्ध कराएं.’