अगले साल सीबीएसई बोर्ड से 10वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है. बोर्ड ने फैसला लिया है कि अब हाई स्कूल के लिए बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) अपनी परीक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव करने की तैयारी में है. सीबीएसई ने फैसला लिया है कि 2026 से कक्षा 10वीं के लिए बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी. अगर कोई छात्र बीमार हो जाता है या फिर किसी कारणवश उसका एग्जाम छूट जाता हो तो वे दोबारा परीक्षा दे सकता है. जल्द ही इसका ड्राफ्ट जारी किया जाएगा, जिस पर लोगों से सुझाव मांगे जाएंगे,
अगले सोमवार को जारी होगी रिपोर्ट
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में CBSE अधिकारियों और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT), केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS), और नवोदय विद्यालय समिति (NVS) के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की. प्रस्तावित बदलावों की पूरी तरह से समीक्षा की गई और रिपोर्ट के अनुसार, इसे अगले सोमवार को सार्वजनिक कर दिया जाएगा |
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दी यह जानकारी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को बताया कि छात्रों के लिए तनाव मुक्त वातावरण बनाना सरकार का एक महत्वपूर्ण फोकस रहा है. परीक्षा सुधार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. एक कदम आगे बढ़ाते हुए वर्ष में दो बार सीबीएसई परीक्षाओं के संचालन पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया है. इसे सीबीएसई द्वारा सार्वजनिक परामर्श के लिए रखा जाएगा. शिक्षा मंत्री का कहना है कि स्कूली शिक्षा में किए जा रहे ये सुधार एनईपी के प्रमुख प्रावधानों के कार्यान्वयन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं. यह छात्रों के बीच परीक्षा संबंधी तनाव को कम करने में मदद करेंगे |
क्या अनिवार्य होगा दो बार बोर्ड परीक्षा देना?
यह प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत 10वीं और 12वीं सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं देने का अवसर मिलेगा. हालांकि, दो बार बोर्ड परीक्षाएं देना कोई अनिवार्य नियम नहीं होगा. छात्र अपनी सुविधा के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में दो बार बैठने का विकल्प चुन सकते हैं या फिर एक ही बार बोर्ड परीक्षा दे सकते हैं. दोनों परीक्षाओं के बीच कुछ महीनों का एक निश्चित अंतराल होगा. जिस प्रकार जेईई मेन की परीक्षाएं दो बार आयोजित की जाती हैं, उसी प्रकार 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं भी साल में दो बार आयोजित की जाएंगी.