उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की न्यासी मंडल की बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में 12 ट्रस्टी उपस्थित रहे. साथ ही 2 अनुपस्थित रहे. बैठक में 4 ट्रस्टी ऑनलाइन जुड़े थे. बैठक के दौरान कामेश्वर चौपाल और सत्येंद्र दास को श्रद्धांजलि दी गई है. जिलाधिकारी छुट्टी पर गए थे. इसलिए उनकी जगह कार्यवाहक अधिकारी बैठक का हिस्सा थे. बैठक में ट्रस्ट के बैंक अकाउंट से संबंधित विषय पर अहम जानकारी दी गई.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना 5 फरवरी 2020 को हुई थी. 28 फरवरी 2025 तक ट्रस्ट के अकाउंट से 396 करोड़ का भुगतान हुआ है, जिसमें 272 करोड़ रुपए का GST गया. साथ ही 39 करोड़ रुपए TDS का भुगतान किया गया है. पिछले पांच सालों में लेबर सेस 14 करोड़ लगा है. सरकार का PF 7.4 करोड़ गया है. इंश्योरेंस पॉलिसी 4 करोड़ रुपये और जन्मभूमि के नक्शे के लिए अयोध्या डेवलपमेंट अथॉरिटी (ADA) को 5 करोड़ की पेमेंट की गई। ट्रस्ट के मुताबिक अयोध्या में खरीदी गयी जमीन रजिस्टे्रशन फीस रिवेन्यू टैक्स के तौर पर 29 करोड़ रुपये भुगतान किया गया। दस करोड़़ का बिजली बिल भुगतान किया है। चौदह करोड़ नब्बे लाख रुपये रॉयल्टी के तौर पर भुगतान किया गया है। ट्रस्टी ने बताया कि पांच वर्षों में 2150 करोड़ रुपये कुल खर्च किया गया है। सरकार को 18 परसेंट टैक्स भुगतान किया गया है। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से दिया गया है। उन्होंने बताया कि दो सौ करोड़ रुपये का काम, रामकथा संग्रहालय सभागार ट्रस्ट ऑफिस विश्राम स्थल का निर्माण सत्तर एकड़ में तीन द्वार का निर्माण करेगा। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम पांच वर्षों में समर्पित की गयी रामभक्तों के द्वारा चांदी भारत सरकार के संस्थापक को 944 किलो सौंपी गयी है। चांदी की शुद्धता लगभग 92 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि शुद्ध चांदी को बीस-बीस किलो की ईंट बनकर आ गयी है जो दो वर्षों की मेहनत के बाद तैयार हुई है।

10 करोड़ रुपये बिजली बिल का भुगतान
10 करोड़ रुपये बिजली के बिल का भुगतान किया गया. 14.90 लाख रुपये रॉयल्टी के रूप में राजस्थान को दिया गया. राम कथा संग्रहालय सभागार विश्राम गृह 70 एकड़ परिसर के 3 द्वार उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के द्वारा निर्माण किया जाएगा. पांच साल के दौरान भक्तों ने राम मंदिर में 944 किलो चांदी चढ़ाई गई, जिसमें से 92 प्रतिशत चांदी शुद्ध पाई गई. सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड सोने-चांदी की शुद्धता को परख रहा है.
‘नहीं होगा कोई मुख्य पुजारी’
50 से अधिक स्थानों पर स्क्रीन लगा कर सूर्य तिलक के भक्त दर्शन कर सकेंगे. भगवान की पूजा, आरती और भोग को लेकर स्वीकृति बन गई है. इस संबंध में वेबसाइट पर जानकारी साझा की जाएगी. दान से संबंधित जानकारी भी दी जाएगी. ट्रस्ट ने बताया कि अब मंदिर का कोई पुजारी नहीं होगा.
जून तक पूरा हो जाएगा राम मंदिर
मंदिर निर्माण को लेकर के भी बैठक में जानकारी दी गई। रामलला का मंदिर जून तक तैयार हो जाएगा। परकोटा निर्माण का कार्य लगभग अक्टूबर तक चलेगा। शबरी निषाद और ऋषियों के सप्त मंदिर मई महीने में पूरे हो जाएगा। शेषा अवतार मंदिर का निर्माण अगस्त में पूरा होगा। मंदिर निर्माण का कार्य 96 प्रतिशत हो गया है। 30 अप्रैल तक राम मंदिर में बनाए जाने वाले सभी मंदिर की मूर्तियां अपने स्थान पर स्थापित हो जाएगी।
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