जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी दैनिक गतिविधियों से लेकर दुनिया में हमारे काम करने के तरीके तक, बहुत सी चीजें बदल जाती हैं। लेकिन जब आप अपने सबसे स्वस्थ जीवन जीने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं, तो आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर उम्र बढ़ने के साथ कोई असर नहीं पड़ता। स्वास्थ्य हमारे शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक कल्याण का कुल योग है। अच्छा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए, हमें स्वयं की देखभाल करने की आवश्यकता होती है। योग एक पारंपरिक और पवित्र विज्ञान है, जो हमारे संपूर्ण अस्तित्व का ख्याल रखता है।
योग के माध्यम से शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है। योगासन हमें शारीरिक रूप से मजबूत बनने में मदद करते हैं, जबकि प्राणायाम और ध्यान हमारे मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं और मंत्र जप, हमारे आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव डालता है। योग में मन को शांत करने और शरीर को मजबूत बनाने की शक्ति है।”

सुखासन
- दंडासनमें दोनों पैरों को फैलाकर सीधे बैठ जाएं।
- बाएं पैर को मोड़ें और उसे दाहिनी जांघ के अंदर दबा दें।
- फिर दाएं पैर को मोड़कर बाईं जांघ के अंदर दबा लें।
- हथेलियों को घुटनों पर रखें।
- रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए बैठें।
- इस मुद्रा में कुछ देर रहें।
वृक्षासन
- इसकी शुरुआत सीधे खड़े होकर करें।
- बाएं पैर को जमीन से इस तरह उठाएं कि शरीर का वजन उसे सहारा दे।
- दाहिने पैर को जांघ के अंदर की तरफ रखें।
- इसे जितना हो सके क्रॉच के करीब रखें।
- पैर को सही तरीके से रखने के लिए हथेलियों से सहारा दे सकते हैं।
- जब संतुलन में आ जाएं, तब हथेलियों को ह्रदय चक्र पर प्रणाम मुद्रा में एक साथ रखें।
- प्रणाम में हाथों को आकाश की ओर उठाएं।
- ध्यान रखें कि कोहनियों बांहों के बीच में हों।
- दूसरे पैर से भी ऐसा ही करें।
- आठ से दस गहरी सांसें लें।


वज्रासन
- इस आसन की बाजुओं को बगल में रखते हुए सीधे खड़े होकर शुरुआत करें।
- फिर सामने झुकें और धीरे-धीरे घुटनों को मैट पर नीचे करें।
- पेल्विक को एड़ी पर रखें और पैर की उंगलियों को बाहर की ओर करें।
- जांघों से काफ की मसल्स को दबा लें।
- एड़ियों को एक दूसरे के पास रखें।
- दाएं और बाएं पैर की उंगलियों को एक दूसरे के ऊपर न रखें।
- हथेलियों को घुटनों पर ऊपर की ओर रखें।
- कंधों को ऊपर उठाएं और ऊपर की ओर देखें।
भुजंगासन
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं।
- अपनी कोहनियों को कमर से सटा के रखें और हथेलियां ऊपर की ओर रखें।
- अब धीरे-धीरे सांस भरते हुए, अपनी छाती को ऊपर की ओर उठाएं।
- उसके बाद अपने पेट वाले हिस्से को धीरे-धीरे ऊपर उठा लें।
- इस स्थिति में 30-60 सेकंड तक रहें।
- फिर सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक मुद्रा में आ जाएं।
- इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।


वीरभद्रासन
- इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
- अब अपने दोनों पैरों 2-3 फीट की दूरी पर रखें।
- फिर अपने सीधे पैर को आगे लेकर आए और उल्टेे पर को पीछे की ओर स्ट्रेेच करें।
- इस दौरान हाथों को 180 डिग्री पर फैला कर रखें।
- इस अवस्था में 30-60 सेकेंड तक रुकें।
- फिर प्रारंभिक मुद्रा में आ जाएं।
- इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।
फिट रहने के लिए पर्याप्त नींद लें
कई लोगों के सोने का कोई समय नहीं होता और शायद वो अपनी नींद को इतनी एहमियत भी नहीं देते। अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो इससे आपके मेटाबॉलिज्म याददाश्त, स्ट्रेस हार्मोन, रोग प्रतिरोधक क्षमता और हृदय पर असर पड़ता है। पर्याप्त नींद आपके मस्तिष्क को आराम देती है और शरीर को फिट भी रखती है। एठेसे में जरूर लें। रोजाना इस आदत को बनाए रखना बेहद जरूरी है, तभी आप एकदम फिट और स्वस्थ रह पाएंगे।
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