राजधानी में बढ़ते तापमान का बुरा असर बच्चों की सेहत पर देखने को मिल रहा है। खानपान में बदलाव के चलते बच्चों में डायरिया, वॉमिटिंग, वायरल फीवर व फूड प्वाइजनिंग तक के मामले बढ़ने लगे हैं।
राजधानी में बढ़ते तापमान का बुरा असर बच्चों की सेहत पर देखने को मिल रहा है। खानपान में बदलाव के चलते बच्चों में डायरिया , वॉमिटिंग, वायरल फीवर व फूड प्वाइजनिंग तक के मामले बढ़ने लगे हैं। सरकारी संस्थानों में 30 फीसद तक बच्चे ऐसी समस्याओं के साथ आ रहे हैं,

डायरिया व वॉमिटिंग की समस्या बढ़ी
केजीएमयू के पीडियाट्रिक विभाग की डॉ। सारिका गुप्ता ने बताया कि गर्मी के चलते इस समय ओपीडी में डायरिया, वॉमिटिंग और डिहाइड्रेशन की समस्या वाले ज्यादा बच्चे आ रहे हैं। साथ ही फूड प्वाइजनिंग के भी कुछ मामले हैं। गर्मी बढ़ने के कारण खाना जल्दी खराब होता है। ऐसे में, बच्चे इसकी चपेट में जल्दी आ जाते हैं। बच्चों के खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
30 फीसद बच्चों में हो रही समस्या
लोहिया संस्थान के पीडियाट्रिक विभाग की डॉ। दीप्ति अग्रवाल ने बताया कि इसबार गर्मी का असर वक्त से कुछ पहले देखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से बच्चों में डायरिया व वॉमिटिंग की तो समस्या में इजाफा हुआ ही है, बाहर का खाना खाने की वजह से फूड प्वाइजनिंग के केस भी काफी आ रहे हैं। दरअसल, जब बच्चे गर्मी में बाहर निकलते तो उनको लू लग जाती है। इससे उल्टी होने के साथ-साथ दस्त भी लग जाते हैं। बच्चों में डिहाइड्रेशन भी काफी होता है। इस समय ओपीडी 30 फीसद तक बच्चे इसी समस्या के साथ आ रहे है। वहीं, 10-15 फीसदी अधिक बीमार बच्चों को एडमिट तक करना पड़ रहा है।

ऐसे करें बचाव
- -बच्चों को छाछ व सत्तू आदि दें
- -उन्हें गर्मी में ज्यादा देर खाली पेट न रहने दें
- -सिटरस फ्रूट्स दें
- -घर का हेल्दी व फ्रेश खाना दें
- -खीरा, ककड़ी, तरबूज आदि का सेवन करें
- -पूरे कपड़े पहनकर निकलें
- -टोपी पहनकर जरूर निकलें
- -खुला जूस व खाना खिलाने से बचें
जांच के लिए डीएम ने गठित की कमेटी
इस घटना को लेकर लखनऊ के जिलाधिकारी ने एक कमेटी बनाई है और स्वास्थ्य विभाग तथा खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी पीड़ित बच्चों से पूछताछ के लिए अस्पताल पहुंचे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुनर्वास केंद्र से जांच के लिए खाद्य नमूने लिए गए हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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