पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार बड़े एक्शन की तैयारी में है. इस बीच सभी पार्टियों के नेताओं का सरकार को समर्थन मिल गया है. सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं ने एक स्वर में कहा- हर एक्शन पर हम सरकार के सपोर्ट में खड़े हैं…
पहलगाम हमले को लेकर गुरुवार को सर्वदलीय बैठक हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में होम मिनिस्टर अमित शाह ने पहलगाम के आतंकवादी हमले की पूरी डिटेल शेयर की। IB और RAW के अधिकारियों ने भी सभी पार्टियों के नेताओं को ब्रीफ किया। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हमले के बाद उठाए गए डिप्लोमैटिक स्टेप्स की जानकारी दी। बड़ी बात ये है कि इस मीटिंग में सरकार ने ये भी बताया कि आतंकवादी बैसरन वैली तक पहुंचने में कामयाब कैसे हुए और सुरक्षा के इंतजामात में क्या कमी थी।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ” सभी ने इस बात पर सहमति जताई है कि भारत को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए. भारत ने पहले भी आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और आगे भी करता रहेगा.

राहुल गांधी बोले- हर एक्शन पर सरकार को पूरा सपोर्ट
केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद लोकसभा नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “सभी ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की. विपक्ष ने सरकार को कोई भी कार्रवाई करने के लिए पूरा समर्थन दिया है.” वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक की अध्यक्षता की, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद थे. सभी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की. हमने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखने के प्रयास किए जाने चाहिए.”
आप ने भी सरकार का किया समर्थन
केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के बाद आप सांसद संजय सिंह ने कहा, “पूरा देश गुस्से में है, दुखी है और देश चाहता है कि केंद्र सरकार आतंकियों को उनकी भाषा में मुंहतोड़ जवाब दे. जिस तरह से उन्होंने निर्दोष लोगों की हत्या की है, उनके कैंपों को नष्ट किया जाना चाहिए और पाकिस्तान के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. यह घटना 22 अप्रैल को हुई और 20 अप्रैल को बिना सुरक्षा एजेंसियों की जानकारी के उस जगह को खोल दिया गया. सुरक्षा एजेंसियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हमने मांग की है कि जवाबदेही तय की जानी चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए कि सुरक्षा में चूक क्यों हुई.”
दो मिनट का रखा मौन

सर्वदलीय बैठक में दो मिनट का मौन रखा गया। सभी नेताओं ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना जताईं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद कहा कि आईबी और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने हमले के बारे में जानकारी दी।
कैसे हुआ आतंकी हमला?
सरकार की तरफ से बताया गया कि बेसरन वैली आम तौर पर बंद रहती है। वहां पर्यटक नहीं जाते लेकिन 20 अप्रैल को इस वैली को टूरिस्ट के लिए खोल दिया गया। इसकी जानकारी न केन्द्र सरकार को थी, न आर्मी को थी और न CRPF को। इसलिए वहां सुरक्षा के बंदोबस्त नहीं थे। आंतकवादियों ने इस बात का फायदा उठाया। सरकार ने ये भी बताया कि आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा इंतजामात में क्या बदलाव किए गए हैं।
बैठक में ओवैसी ने क्या कहा?

सर्वदलीय बैठक में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि सरकार को आतंकवाद पर अब कड़ा प्रहार करना है। देश की सारी पार्टियां इसे लेकर एकजुट हैं। इस बैठक में असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हुए। ओवैसी ने सरकार के सामने तमाम सवाल उठाए। पहलगाम में सुरक्षा में कमी का मसला उठाया। ओवैसी ने कहा कि सरकार ने सिंधु जल समझौते को रद्द करने का फैसला तो कर लिया लेकिन ये समझौता वर्ल्ड बैंक ने कराया था। इसलिए पाकिस्तान इस मुद्दे को इंटरनेशल फोरम पर उठाएगा। इसलिए सरकार को जवाब पहले से तैयार करना चाहिए। ओवैसी ने बैठक में सवाल जरूर उठाए लेकिन उनका रूख कन्स्ट्रक्टिव था।
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