“ऑपरेशन सिंदूर’ पर राहुल-खड़गे का वार, PM मोदी से सर्वदलीय बैठक की मांग”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और युद्ध विराम घोषणा पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाने की मांग की।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र तत्काल बुलाने की मांग की है।

"ऑपरेशन सिंदूर’ पर राहुल-खड़गे का वार, PM मोदी से सर्वदलीय बैठक की मांग"
“ऑपरेशन सिंदूर’ पर राहुल-खड़गे का वार, PM मोदी से सर्वदलीय बैठक की मांग”

राहुल गांधी ने लिखा पत्र

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने कहा, ‘मैं संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाने के विपक्ष के सर्वसम्मत अनुरोध को दोहराता हूं। पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और आज के युद्ध विराम पर चर्चा करना लोगों और उनके प्रतिनिधियों के लिए बहुत जरूरी है, जिसकी घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने की थी। यह आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए हमारे सामूहिक संकल्प को प्रदर्शित करने का भी एक अवसर होगा। मुझे विश्वास है कि आप इस मांग पर गंभीरता से और तेजी से विचार करेंगे।’

सत्र की मांग

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अपने पत्र में इस मांग को दोहराया। उन्होंने लिखा, “28 अप्रैल 2025 को विपक्ष के नेताओं ने पहलगाम हमले के मद्देनजर विशेष सत्र की मांग की थी। अब ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर की घोषणा के बाद यह मांग और प्रासंगिक हो गई है।” खरगे ने यह भी उल्लेख किया कि सीजफायर की घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी, जिस पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं।

खरगे ने की सरकार से मांग

खरगे ने की सरकार से मांग
खरगे ने की सरकार से मांग

कांग्रेस और विपक्षी दलों का कहना है कि विशेष सत्र से राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा पर स्थिति को लेकर एक सकारात्मक संदेश जाएगा। खरगे ने कहा, “हम चाहते हैं कि सरकार इस मांग पर गंभीरता से विचार करे और जल्द से जल्द सत्र बुलाए।” ऑपरेशन सिंदूर, जो 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में 28 नागरिकों की हत्या के जवाब में शुरू किया गया था, के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमले किए। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है।

अनुपस्थित रहे मोदी

अनुपस्थित रहे मोदी
अनुपस्थित रहे मोदी

सर्वदलीय बैठक में भी विपक्ष ने सरकार को पूर्ण समर्थन दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति पर खरगे ने नाराजगी जताई थी। अब विपक्ष की यह मांग संसद के विशेष सत्र के जरिए इन मुद्दों पर व्यापक चर्चा की उम्मीद को दर्शाती है। कांग्रेस ने यह भी घोषणा की है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पार्टी ने अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रमों को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया है, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।

पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर


22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। जिसमें कई कुख्यात आतंकी भी मारे गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच हालात बिगड़े और दो दशक बाद चरम पर पहुंच गए।

वहीं पाकिस्तान की तरफ से भारत के शहरों को निशाना बनाए जाने के बाद, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने सभी को नाकाम करते हुए उसका माकूल जवाब दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिए। इससे घबराए पाकिस्तान ने भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखा, जिसे दोनों देशों ने आपसी चर्चा के बाद लागू कर लिया।

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