भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद सीमा पर फिलहाल शांति का माहौल है। अब इस सीजफायर पर सऊदी के प्रिंस सलमान का पहला बयान भी सामने आया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान फिलहाल युद्धविराम समझौते के लिए तैयार हो गये हैं। जिसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अरब इस्लामिक देशों को फोन लगा रहे हैं, जिन्होंने भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया था। अरब देश, जो पहले हर हाल में पाकिस्तान के साथ होते थे, उन्होंने पिछले कुछ सालों में भारत-पाकिस्तान विवाद में न्यूट्रल रूख अपनाना शुरू कर दिया है। इस बार भी सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों ने अपने बयानों में भारत और पाकिस्तान से शांति बरतने का आह्वान किया था। अरब देश भारत के खिलाफ नहीं गये थे, जिसे पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।
साथ ही दुनियाभर के देशों ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर खुशी जाहिर की है। वहीं, अब सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भी पहली बार भारत-पाक सीजफायर पर बयान जारी किया है।

भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम पर क्या बोला सऊदी?

जिस दिन पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था उस दिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सऊदी अरब के राजकीय दौरे पर थे। आतंकी हमले के बाद उन्होंने अपना दौरा बीच में ही खत्म कर दिया और वापस दिल्ली लौट आए। सऊदी अरब ने पहलगाम आतंकवादी हमले की सख्त शब्दों में निंदा की थी।
सऊदी प्रेस एजेंसी की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक ‘सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष विराम समझौते का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे तनाव कम होगा और दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच शांति बहाल करने में मदद मिलेगी।’
शहबाज शरीफ ने संयुक्त अरब अमीरात से क्या बात की?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि “प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि संयुक्त अरब अमीरात हमेशा पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा है। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि पाकिस्तान, दक्षिण एशिया में शांति के लिए प्रतिबद्ध है और इसी भावना से हम भारत के साथ संघर्ष विराम समझौते पर सहमत हुए हैं।” पाकिस्तान प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि “शहबाज शरीफ से बात करते हुए संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति अल नाहयान ने शांति को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना की और भारत के साथ युद्ध विराम समझौते का स्वागत किया।
उन्होंने दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए यूएई के समर्थन की फिर से पुष्टि की।” आपको बता दें कि इसस पहले भी 10 मई को शहबाज शरीफ ने अपने टेलीविजन संबोधन के दौरान शांतिवार्ता में मदद करे के लिए संयुक्त अरब अमीरात के योगदान की सराहना की थी। पाकिस्तान ने कहा है कि “भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले में स्थित शेख जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी निशाना बनाया था, जिसे व्यापक रूप से पाकिस्तान-यूएई दोस्ती का प्रतीक माना जाता है।”
कैसे हुआ सीजफायर?
बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों को मार डाला था। भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके बाद से पाकिस्तान ने भारतके जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक लगातार मिसाइल, ड्रोन और फाइटर जेट से हमला किया है। हालांकि, भारतीय सेना ने एयर डिफेंस की मदद से पाकिस्तान के सभी प्रयासों को विफल कर दिया है।
इसके बाद भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के 11 एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड और कंट्रोल सेंटर और रडार स्थलों समेत कई प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया था। भारत के डर से पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और शांति की अपील करने लगा जिसके बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर हुआ।
Also Read :
भारत-पाकिस्तान सीमा का दौरा करेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह !