उत्तर प्रदेश के दो जिलों में बुधवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई है।
उत्तर प्रदेश से एक के बाद एक दो दर्दनाक घटनाओं की खबर सामने आई है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। बुलंदशहर और आगरा जिलों में अलग-अलग हादसों में कुल नौ लोगों की मौत हो गई है। इन घटनाओं ने न सिर्फ प्रशासन को अलर्ट किया है बल्कि स्थानीय लोगों में भी गहरा दुख और आक्रोश फैला दिया है।

बुलंदशहर की घटना:
बुलंदशहर जिले में मंगलवार को एक भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब एक तेज़ रफ्तार कार का टायर फट गया और वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराते हुए पलट गई। कार में सवार सभी लोग एक ही परिवार के थे और किसी पारिवारिक समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य किया, शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है।

शादी से लौट रहा था परिवार, हो गया हादसे का शिकार
पुलिस मामले की जांच कर रही है और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। वही पूरे मामले में जानकारी देते हुए बुलंदशहर के एसपी देहात डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि एक कार में सवार पूरा परिवार बदायूं जनपद से शादी समारोह में शामिल होने के बाद दिल्ली लौट रहा था इस दौरान हादसा हुआ, हादसे में पांच कार सवार लोगों की जलकर मौत हो गई, जबकि एक महिला भी घायल है जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उपचार चल रहा है।
आगरा की घटना:
आगरा जिले के पास एक गांव में चार लोगों की जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ये लोग एक सीवर लाइन की सफाई का काम कर रहे थे, जहां पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं थे। सफाई के दौरान अचानक अंदर जहरीली गैस भर गई और चारों मजदूर उसमें फंस गए। दम घुटने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने जब शोर मचाया तो प्रशासन हरकत में आया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस हादसे ने प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर कर दिया है।
इन दोनों घटनाओं के बाद स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। बुलंदशहर की घटना में सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार के खतरे पर सवाल उठे हैं, तो वहीं आगरा की घटना ने फिर से मैनुअल सीवर सफाई पर उठते सवालों को हवा दी है।
प्रदेश सरकार ने दोनों मामलों में जांच के आदेश दे दिए हैं और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसों पर शोक व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद दी जाए और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
ये घटनाएं एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर रही हैं कि सुरक्षा मानकों को लेकर अभी भी काफी गंभीरता की जरूरत है, ताकि ऐसी दर्दनाक त्रासदियों को रोका जा सके।
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