मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऐशबाग स्टेडियम के पास बना एक रेलवे ओवरब्रिज (ROB) आधिकारिक उद्घाटन से पहले ही चर्चा का विषय बन गया था
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बना एक अनोखा 90 डिग्री मोड़ वाला ब्रिज इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस ब्रिज को लेकर देशभर में लोग सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल कर रहे हैं। कारण है इसका बेहद तीखा मोड़, जो न सिर्फ देखने में अजीब लगता है, बल्कि गाड़ियों की सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद खतरनाक माना जा रहा है।
इस ब्रिज को राजधानी के कोलार इलाके में हाल ही में तैयार किया गया है। ब्रिज पर जैसे ही वाहन चढ़ते हैं, उन्हें तुरंत लगभग 90 डिग्री के कोण पर मुड़ना पड़ता है, जिससे हादसे का खतरा बढ़ जाता है। कई स्थानीय लोगों ने शिकायत की है कि यह मोड़ इतना तीखा है कि बड़ी गाड़ियां और दुपहिया वाहन असंतुलित होकर रेलिंग की तरफ खिंच जाते हैं। कुछ लोग तो इस ब्रिज को “डेथ टर्न” तक कहने लगे हैं।

सोशल मीडिया पर जैसे ही इसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हुईं, लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए कि इतनी खराब इंजीनियरिंग कैसे पास हो गई? कुछ यूजर्स ने लिखा कि यह ब्रिज सड़क निर्माण की “सबसे बड़ी भूल” है, तो कुछ ने व्यंग्य करते हुए कहा कि यहां तो गाड़ियां खुद-ब-खुद ट्रेन की पटरी पर उतर जाएंगी।
ट्रोल और विवाद बढ़ने के बाद अब प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। नगर निगम और लोक निर्माण विभाग (PWD) ने संयुक्त रूप से इस ब्रिज को रिडिजाइन करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने माना कि ब्रिज का वर्तमान ढांचा वाहन चालकों के लिए असुरक्षित है और इसे जल्द ही परिवर्तित किया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “ब्रिज को अस्थायी रूप से बंद करके, डिजाइन में बदलाव कर उसे सुगम और सुरक्षित बनाया जाएगा। इसके लिए एक्सपर्ट टीमों से राय ली जा रही है और जल्द ही नया खाका तैयार होगा।”
इस मामले के बाद यह भी सवाल उठ रहा है कि निर्माण कार्य से पहले सुरक्षा और व्यवहारिकता की पर्याप्त जांच क्यों नहीं की गई? लोगों की जान जोखिम में डालकर इस तरह के अव्यवस्थित निर्माण पर अब सरकार और संबंधित एजेंसियों की कार्यशैली को लेकर भी आलोचना हो रही है।
फिलहाल, यह मामला सोशल मीडिया से निकलकर प्रशासनिक हलकों तक पहुंच चुका है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही भोपाल को एक सुरक्षित और सुगम ब्रिज देखने को मिलेगा।
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई फोटो
18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस रेलवे ओवरब्रिज की लंबाई 648 मीटर और चौड़ाई 8.5 मीटर है। सोशल मीडिया पर यूजर्स और स्थानीय लोगों ने भोपाल के इस रेलवे ओवरब्रिज की तस्वीर शेयर कर इसके डिजाइन पर सवाल खड़े किए थे। उनका कहना है कि यह मोड़ एक दुर्घटना संभावित क्षेत्र बन सकता है क्योंकि लगभग 90 डिग्री पर गाड़ियों को यहां पर मुड़ना होगा। हालांकि, PWD ने इसका बचाव किया था।
कब शुरू हुआ था काम?

ऐशबाग रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के बाद इस इलाके में रेलवे ओवरब्रिज की मांग हो रही थी। एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 21 मार्च 2023 को शुरू हुआ था। भोपाल के ऐशबाग स्टेडियम के सामने बन कर लगभग तैयार हो चुके इस रेलवे ओवरब्रिज से महामाई बाग और पुष्पा नगर सहित स्टेशन क्षेत्र के लोगों की आवाजाही सुनिश्चित होगी।
सरकार ने क्या दावा किया था?
इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ होने के समय सरकार की ओर से कहा गया था कि इससे ऐशबाग क्षेत्र के लोगों को न तो फाटक पर इंतजार करना पड़ेगा और न ही लंबा चक्कर लगाने की जरूरत पड़ेगी। सरकार का दावा था कि इस ओवरब्रिज के बन जाने से प्रतिदिन लगभग तीन लाख शहरी आबादी लाभान्वित होगी।