भारतीय टीम को तीसरा टेस्ट जीतने के लिए केवल 193 रन बनाने हैं, लेकिन वहां भी टीम इंडिया के बल्लेबाज नहीं पहुंच पा रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते सितारे शुभमन गिल इस समय आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए निर्णायक टेस्ट मैच में उनका एक विवादास्पद निर्णय टीम इंडिया को भारी पड़ गया। क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के अनुसार, अगर गिल ने थोड़ी सतर्कता बरती होती तो भारत इस मैच को अपने पक्ष में मोड़ सकता था। लेकिन उनके एक गलत फैसले ने पूरे मैच का रुख पलट दिया और टीम इंडिया संकट में फंस गई।

क्या था शुभमन गिल का फैसला?
मैच के तीसरे दिन की तीसरी पारी में जब भारत 210 रन पर खेल रहा था और इंग्लैंड की बढ़त को चुनौती दे रहा था, तब शुभमन गिल क्रीज पर मजबूती से जमे हुए थे। उन्होंने 67 रन बना लिए थे और एक शानदार लय में नजर आ रहे थे। लेकिन तभी उन्होंने स्पिनर के खिलाफ रिवर्स स्वीप खेलने का जोखिम भरा निर्णय लिया। गेंद बल्ले के किनारे से लगकर सीधा फील्डर के हाथों में चली गई और गिल को अपना विकेट गंवाना पड़ा।
इस विकेट के बाद भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। अगले 45 रनों में भारत ने अपने बाकी बचे छह विकेट गंवा दिए और टीम बड़ी मुश्किल से 268 के स्कोर तक पहुंच सकी। नतीजा यह हुआ कि इंग्लैंड को सिर्फ 120 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उन्होंने पांच विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया।
क्यों उठ रहे हैं सवाल?
क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि गिल का रिवर्स स्वीप खेलना पूरी तरह से अनावश्यक और अपरिपक्व था। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, “जब आप सेट हैं और टीम को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत है, तब ऐसे शॉट खेलना गैरजिम्मेदाराना होता है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर है, यहां हर निर्णय का असर पूरे मैच पर पड़ता है।”
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी टिप्पणी करते हुए कहा, “शुभमन एक शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें यह सीखना होगा कि कब आक्रामकता दिखानी है और कब संयम रखना है।”
टीम इंडिया पर पड़ा असर
इस हार के साथ ही भारत को टेस्ट सीरीज़ में 2-1 की बढ़त गंवानी पड़ी और सीरीज़ 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई। इससे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की रैंकिंग पर भी असर पड़ा, क्योंकि भारत अब तीसरे स्थान पर खिसक गया है। गिल के निर्णय ने न सिर्फ एक मैच बल्कि पूरे अभियान को प्रभावित किया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर गिल के फैसले को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। ट्विटर पर “#GillDecision” ट्रेंड करने लगा। कुछ यूजर्स ने उन्हें टीम की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला बताया, तो कुछ ने समर्थन में कहा कि हर खिलाड़ी से गलती हो सकती है।
एक यूजर ने लिखा, “शुभमन को सीखना होगा कि अनुभव के साथ ही मैच जिताए जाते हैं, सिर्फ टैलेंट से नहीं।”
वहीं दूसरे ने लिखा, “रिवर्स स्वीप करना कोई गुनाह नहीं, लेकिन समय और परिस्थिति देखकर शॉट का चयन जरूरी होता है।”
आगे क्या?
टीम इंडिया अब अगली सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी और चयनकर्ताओं की नजरें शुभमन गिल के प्रदर्शन पर होंगी। टीम मैनेजमेंट उनसे एक ज़िम्मेदार बल्लेबाज की भूमिका निभाने की उम्मीद करेगा, खासकर तब जब भारत विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के संन्यास के बाद एक नई टीम के निर्माण के दौर में है।
शुभमन गिल की तकनीकी दक्षता पर कोई सवाल नहीं, लेकिन अब समय है कि वे मानसिक मजबूती और मैच परिस्थिति के अनुसार खेलने की समझ विकसित करें। तभी वे सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली जैसे दिग्गजों की कतार में स्थायी जगह बना सकेंगे।
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