UP में भारी बारिश पर सीएम योगी की सख्ती, अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश !

यूपी में हुई भारी वर्षा के बाद जल भराव और बाढ़ की आशंका को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने जल निकासी सहित राहत और बचाव कार्यों में लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए।

उत्तर प्रदेश में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। राजधानी लखनऊ समेत पूर्वांचल और तराई क्षेत्रों में जलभराव, सड़कों की टूट-फूट और बिजली आपूर्ति बाधित होने जैसी समस्याएं सामने आई हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई और सभी जिलों के अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए।

UP में भारी बारिश पर सीएम योगी की सख्ती, अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश !
UP में भारी बारिश पर सीएम योगी की सख्ती, अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश !

जिलाधिकारियों और प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश

बैठक में सीएम योगी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि “जनता को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। जिन इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी है, वहां तत्काल जल निकासी की व्यवस्था कराई जाए।” मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे स्वयं मैदान में उतरें और हालात का जायजा लें।

उन्होंने कहा कि अगर किसी भी जिले में लापरवाही या समय पर कार्यवाही न करने की शिकायत मिलेगी तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति है और प्रशासन को युद्ध स्तर पर काम करना होगा।

स्वास्थ्य और राहत सेवाओं पर विशेष फोकस

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि बारिश के कारण फैलने वाली बीमारियों पर विशेष निगरानी रखी जाए। डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर और जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए पर्याप्त दवाइयों और चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही, बाढ़ संभावित इलाकों में मेडिकल टीमें पहले से तैनात की जाएं।

सीएम ने कहा कि “जिन जिलों में बाढ़ या पानी का जमाव अधिक है, वहां रेस्क्यू टीमों को स्टैंडबाय पर रखा जाए और राहत शिविरों की स्थापना की जाए। लोगों को पीने का साफ पानी, राशन और चिकित्सीय सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाएं।”

बिजली और सड़क व्यवस्था की समीक्षा

भारी बारिश के कारण कई जिलों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग को निर्देश दिए कि खराब ट्रांसफॉर्मरों और टूटे तारों की मरम्मत जल्द से जल्द कराई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि बारिश के दौरान करंट लगने की घटनाओं से बचाव के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय तत्काल किए जाएं।

सड़क विभाग को निर्देशित किया गया कि क्षतिग्रस्त सड़कों की पहचान कर मरम्मत कार्य प्राथमिकता पर पूरा किया जाए। जलभराव वाले चौराहों और अंडरपासों पर विशेष निगरानी रखने को कहा गया है।

24×7 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर

मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि राज्य स्तर पर 24 घंटे संचालित कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए, जहां जनता अपनी समस्याएं रिपोर्ट कर सके। सभी जिलों में हेल्पलाइन नंबर सक्रिय रखने और उसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया है। साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रशासनिक सूचना जनता तक पहुंचाने की योजना बनाई गई है।

विपक्ष ने जताई चिंता

विपक्षी दलों ने राज्य सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि “हर साल बारिश होती है और हर साल सरकार अलर्ट जारी करती है, लेकिन ज़मीनी व्यवस्था वही की वही रहती है।” वहीं कांग्रेस ने मांग की कि बाढ़ प्रभावित इलाकों को जल्द से जल्द राहत पैकेज मुहैया कराया जाए।

निष्कर्ष

उत्तर प्रदेश में भारी बारिश ने जहां मौसम को सुहाना बना दिया है, वहीं जनजीवन के लिए यह गंभीर चुनौती बनती जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समय रहते जो निर्देश जारी किए हैं, वह प्रशासन की तत्परता का संकेत हैं। अब देखना यह है कि जिले स्तर पर इन निर्देशों का कितना प्रभावी क्रियान्वयन होता है और जनता को कितना राहत मिलती है। राज्य सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है – हर नागरिक तक मदद समय पर पहुंचे और जान-माल की हानि न हो।

Also Read :

कांवड़ यात्रा मार्ग पर सफाई और सुरक्षा पुख्ता हो: CM योगी !