दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने फॉगिंग अभियान तय समय से पहले शुरू करने का आदेश दिया है। अब तक 5 लाख घरों में फॉगिंग की गई है।
दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, पर्यावरण विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों को त्वरित एक्शन लेने के निर्देश दिए गए। सीएम ने राजधानी में डेंगू के फैलते प्रभाव को देखते हुए इसे एक “गंभीर स्वास्थ्य संकट की संभावना” बताया और सभी संबंधित एजेंसियों को फील्ड में उतरकर कार्य योजना पर तुरंत अमल करने के लिए कहा।

डेंगू के बढ़ते आंकड़े

दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों में डेंगू के मामलों में तेज़ी से वृद्धि देखी गई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 1,150 से अधिक डेंगू के पुष्ट मामले सामने आ चुके हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 30% अधिक हैं। वहीं, निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। इनमें से अधिकांश मामले दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली के क्षेत्रों से दर्ज किए गए हैं, जहां नालियों और खुले जलभराव की समस्या अधिक है।
डेंगू के लक्षण:
- तेज बुखार
- तेज सिरदर्द
- आंखों के पीछे दर्द
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- जी मिचलाना और उल्टी
- त्वचा पर लाल चकत्ते
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। गंभीर मामलों में, पेट में तेज दर्द, लगातार उल्टी, मसूड़ों या नाक से खून बहना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में तत्काल इलाज की जरूरत होती है।
डेंगू से बचाव के उपाय
- पानी जमा न होने दें: अपने घर के अंदर और आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, गमलों, पुराने टायरों और किसी भी खाली बर्तन में जमा पानी को नियमित रूप से साफ करें।
- पूरी बाजू के कपड़े पहनें: खासकर दिन के समय, जब एडीज मच्छर सबसे अधिक सक्रिय होता है, पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें: सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, खासकर यदि आपके घर में मच्छर हैं।
- मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करें: अपनी त्वचा पर मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का प्रयोग करें।
- दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें: शाम के समय दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें या जाली लगाकर रखें।
सीएम रेखा गुप्ता की सख्ती

बैठक के दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने स्पष्ट शब्दों में कहा,
“हम किसी भी हाल में डेंगू को महामारी बनने नहीं देंगे। हर विभाग को जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा और जनता को सुरक्षित रखने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास करने होंगे।”
सीएम ने निम्नलिखित निर्देश जारी किए:
- फॉगिंग और एंटी-लार्वा स्प्रे अभियान को शहरभर में अगले 48 घंटों में शुरू किया जाए।
- सभी जिलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं जो अभियान की निगरानी करें।
- स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि छात्र भी डेंगू से बचाव के उपाय सीखें और घर जाकर उन्हें अपनाएं।
- डेंगू हेल्पलाइन नंबर को सक्रिय किया जाए और कॉल सेंटर को 24×7 कार्यशील रखा जाए।
- हॉस्पिटल बेड रिज़र्वेशन सिस्टम में डेंगू मरीजों के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था की जाए।
नगर निगमों को विशेष जिम्मेदारी
दिल्ली नगर निगम (MCD) को निर्देश दिए गए कि वह हर वार्ड में घर-घर जाकर निरीक्षण करें और पानी जमा न होने दें। जहां आवश्यक हो, जुर्माना भी लगाया जाए। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि करीब 500 कर्मचारियों की टीम को विशेष अभियान के लिए तैनात किया गया है। ये टीमें मच्छरों के प्रजनन स्थलों को चिन्हित करेंगी और कीटनाशकों का छिड़काव करेंगी।
स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अजय अग्रवाल ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। डेंगू की पुष्टि के लिए जांच किट्स की उपलब्धता बढ़ाई गई है और डॉक्टरों की अतिरिक्त टीमों को तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा,
“सरकारी अस्पतालों में अब तक 300 से अधिक डेंगू मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। कोई भी मरीज इलाज से वंचित न रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।”
आम जनता को अपील
सीएम रेखा गुप्ता और स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे निम्नलिखित सावधानियां जरूर बरतें:
- घरों और आसपास पानी जमा न होने दें।
- कूलर, गमले और बाल्टियों में पानी को सप्ताह में कम से कम एक बार खाली करें।
- पूरी बांह के कपड़े पहनें और मच्छरदानी या रिपेलेंट का प्रयोग करें।
- बुखार, बदन दर्द या चकत्ते होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
दिल्ली विधानसभा में विपक्षी पार्टी नेताओं ने सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा प्रवक्ता नीलिमा सिंह ने कहा,
“जब मानसून शुरू होता है, तब ही डेंगू की आशंका होती है, फिर भी सरकार हर साल आपात बैठक बुलाने को मजबूर होती है। ये बताता है कि पहले से कोई ठोस तैयारी नहीं होती।”
हालांकि सरकार का कहना है कि इस बार डेंगू से निपटने के लिए प्रो-एक्टिव एप्रोच अपनाई जा रही है और हर स्तर पर निगरानी तंत्र को मजबूत किया जा रहा है।
निष्कर्ष
दिल्ली में डेंगू को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन की सक्रियता और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सख्त निगरानी से उम्मीद है कि स्थिति जल्द काबू में लाई जा सकेगी। सरकारी एजेंसियों, स्वास्थ्य विभाग और जनता के सामूहिक प्रयास से ही इस चुनौती का सामना प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। राजधानी में स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर यह एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।
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