AMU पर आतंकी साया? धमकी के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा, कैंपस में हाई अलर्ट !

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से आतंकी धमकी की चेतावनी को लेकर जारी किए गए परिपत्र को ध्यान में रखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्था अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) एक बार फिर चर्चा के केंद्र में है, लेकिन इस बार कारण शिक्षा नहीं, बल्कि एक संदिग्ध आतंकी धमकी है जिसने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन को मिली इस धमकी के बाद कैंपस में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से कड़ा कर दिया गया है।

AMU पर आतंकी साया? धमकी के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा, कैंपस में हाई अलर्ट !
AMU पर आतंकी साया? धमकी के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा, कैंपस में हाई अलर्ट !

क्या है पूरा मामला?

सूत्रों के मुताबिक, यूनिवर्सिटी प्रशासन को ईमेल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एक धमकी भरा संदेश प्राप्त हुआ जिसमें परिसर में आतंकी गतिविधि को अंजाम देने की बात कही गई। यह संदेश मिलते ही प्रशासन ने तुरंत पुलिस और स्थानीय खुफिया एजेंसियों को सूचित किया। धमकी की गंभीरता को देखते हुए एएमयू के विभिन्न विभागों, छात्रावासों और प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा व्यवस्था को कई गुना बढ़ा दिया गया है।

सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम

अलीगढ़ ज़िला प्रशासन और यूनिवर्सिटी की आंतरिक सुरक्षा टीम ने मिलकर एक विशेष सुरक्षा योजना लागू की है। इसमें निम्नलिखित प्रमुख कदम उठाए गए हैं:

  • यूनिवर्सिटी गेट्स पर अतिरिक्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बल की तैनाती।
  • सभी वाहनों और व्यक्तियों की सघन तलाशी।
  • छात्रावासों, पुस्तकालयों और विभागीय भवनों में सीसीटीवी निगरानी बढ़ाई गई है।
  • कैंपस में डॉग स्क्वाड और बम डिस्पोज़ल यूनिट की गश्त।
  • अज्ञात और संदिग्ध व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध।

छात्रों और शिक्षकों में चिंता

AMU में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं और फैकल्टी सदस्य इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं। कई छात्रों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे इस अप्रत्याशित सुरक्षा स्थिति से घबराए हुए हैं, लेकिन उन्हें यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस पर भरोसा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और ज़रूरत न हो तो छात्रावासों से बाहर न निकलें।

प्रशासन की अपील

एएमयू के कुलपति प्रो. मोहम्मद शाहिद अली ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा,

“हमें जो सूचना मिली है, उसे बेहद गंभीरता से लिया गया है। छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। सभी एजेंसियां चौकन्नी हैं और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। हम छात्रों से संयम और सहयोग की अपील करते हैं।”

खुफिया एजेंसियों की सक्रियता

खुफिया एजेंसियों की सक्रियता
खुफिया एजेंसियों की सक्रियता

इस धमकी के बाद IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) और ATS (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) ने जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि धमकी भेजने वाला व्यक्ति या संगठन कौन है, और उसका उद्देश्य क्या है। सूत्रों की मानें तो धमकी में किसी आतंकी संगठन का नाम सीधे तौर पर नहीं है, लेकिन भाषा और लहजा काफी संदिग्ध और खतरनाक था।

एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि कहीं यह किसी मिसलीडिंग या पैनिक फैलाने की कोशिश तो नहीं है। साइबर सेल को भी धमकी के डिजिटल सोर्स की पहचान करने के लिए सक्रिय किया गया है।

विश्वविद्यालय की छवि पर असर

AMU जैसे प्रतिष्ठित संस्थान को लेकर इस प्रकार की घटनाएं न केवल सुरक्षा की दृष्टि से चिंताजनक हैं, बल्कि विश्वविद्यालय की छवि और छात्रों के मनोबल पर भी प्रभाव डालती हैं। देश-विदेश से हज़ारों छात्र यहां अध्ययन करते हैं और ऐसी स्थिति में उनका भयभीत होना स्वाभाविक है।

निष्कर्ष

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर मंडराता आतंकी खतरे का साया फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासन के सतर्क रवैये से टलता नजर आ रहा है, लेकिन इसने यह स्पष्ट कर दिया है कि शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा को लेकर और अधिक गंभीरता की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में जांच एजेंसियों की रिपोर्ट से यह साफ होगा कि धमकी वास्तविक थी या एक दुष्प्रचार का हिस्सा। फिलहाल AMU में सख्त निगरानी के साथ शिक्षण कार्य सावधानीपूर्वक जारी है।

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