भारत ने सोमवार को इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में 6 रनों से रोमांचक जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने एक नया इतिहास रच दिया है।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पांचवें टेस्ट मैच में सोमवार को रोमांच अपने चरम पर था। ओवल के मैदान पर हुए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने 6 रनों से जीत दर्ज करते हुए न केवल सीरीज में बढ़त कायम रखी, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ दिया। यह जीत कई मायनों में खास रही, क्योंकि पहली बार भारतीय टीम ने इंग्लैंड को उसके घर में इतने करीबी अंतर से मात दी और इस दौरान कई रिकॉर्ड भी बने।

मैच का रोमांचक सफर
मैच की शुरुआत में भारतीय कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारतीय पारी की शुरुआत थोड़ी धीमी रही, लेकिन सलामी बल्लेबाजों ने पिच को समझने में समय लिया। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए अहम साझेदारी की। रोहित ने 72 रन बनाए, जबकि जायसवाल ने धैर्य के साथ 55 रनों का योगदान दिया। मध्यक्रम में विराट कोहली ने शानदार 89 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। हालांकि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और मार्क वुड ने लगातार झटके देते हुए भारत को 350 रनों के स्कोर पर रोक दिया।

इंग्लैंड की पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों का जलवा देखने को मिला। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने शुरुआती विकेट निकालते हुए इंग्लिश बल्लेबाजी को हिला दिया। हालांकि जो रूट और बेन स्टोक्स ने टीम को संभालते हुए 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी की। लेकिन बुमराह की धारदार गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड 297 रनों पर सिमट गया। इस तरह भारत को पहली पारी में 53 रनों की बढ़त मिली।
दूसरी पारी में उतार-चढ़ाव
दूसरी पारी में भारत की शुरुआत कमजोर रही। इंग्लैंड के स्पिनर जैक लीच ने शुरुआत में ही दो बड़े विकेट चटका दिए। कोहली और श्रेयस अय्यर ने बीच में कुछ अच्छे शॉट खेले, लेकिन टीम 230 रनों पर ऑलआउट हो गई। इस तरह इंग्लैंड को जीत के लिए 284 रनों का लक्ष्य मिला।
आखिरी दिन का जबरदस्त ड्रामा
मैच का पांचवां और अंतिम दिन पूरी तरह से रोमांचक रहा। इंग्लैंड ने जीत की ओर कदम बढ़ाने के लिए तेज शुरुआत की, लेकिन बुमराह ने फिर से शुरुआती झटका देकर भारतीय उम्मीदों को जिंदा रखा। रूट और ब्रुक ने मिलकर पारी को संभाला, लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने ब्रुक को आउट करके मैच का रुख बदल दिया। इसके बाद विकेट लगातार गिरते रहे, फिर भी इंग्लैंड आखिरी जोड़ी तक मुकाबले में बना रहा।
आखिरी पलों में इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 7 रन चाहिए थे और भारत को एक विकेट। मोहम्मद सिराज ने शानदार यॉर्कर डालकर आखिरी बल्लेबाज को बोल्ड कर दिया। इस तरह भारत ने 6 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
आखिरी दिन भारतीय गेंदबाजों ने किया दमदार प्रदर्शन
टेस्ट मैच के पांचवें दिन इंग्लैंड को इस मैच जीतने के लिए 35 रन और भारत को चार विकेट की जरूरत थी। प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज ने आखिरी दिन के पहले सेशन में शानदार गेंदबाजी करते हुए सभी 4 विकेट लेकर भारत को एक रोमांचक दिलाई। सिराज ने इस मैच में 9 और कृष्णा ने कुल 8 विकेट अपने नाम किए।
ऐतिहासिक महत्व
यह जीत कई कारणों से ऐतिहासिक है।
- पहली बार भारत ने इंग्लैंड को उसके घर में इतने करीबी अंतर से टेस्ट मैच हराया।
- इस जीत से भारत ने इंग्लैंड में लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज जीतने की दिशा में कदम बढ़ाया।
- जसप्रीत बुमराह को उनके 9 विकेट के शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
- टीम की यह जीत टेस्ट क्रिकेट में भारत की सबसे छोटी रन अंतर वाली जीत में से एक बन गई।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “यह जीत हमारी टीम की मेहनत और विश्वास का नतीजा है। इंग्लैंड में जीतना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, और इतने करीबी मुकाबले में जीतना वाकई खास है।” वहीं बुमराह ने कहा, “मैंने सिर्फ एक-एक गेंद पर ध्यान दिया और टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की।”
नतीजा
इस जीत ने साबित कर दिया कि टीम इंडिया किसी भी परिस्थिति में और किसी भी पिच पर जीत दर्ज करने का दम रखती है। यह मैच लंबे समय तक क्रिकेट प्रेमियों की यादों में बसा रहेगा और भारतीय क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया है।