बहनों के लिए सीएम का खास संदेश – रक्षाबंधन पर मिला सम्मान और शगुन !

इस मौके पर उन्होंने 1 करोड़ 26 लाख 89 हजार से ज्यादा बहनों के खातों में लाड़ली बहन योजना की किश्त 1250 के साथ-साथ 250 रुपये का विशेष शगुन भी ट्रांसफर किया। उन्होंने पहले 1541.76 करोड़ और बाद में 317 करोड़ रुपये की राशि बहनों के खातों में ट्रांसफर की। इसके अलावा उन्होंने 28 लाख से अधिक बहनों को गैस सिलेंडर रीफिलिंग के ल

रक्षाबंधन के पावन अवसर पर मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से न केवल शुभकामनाएं मिलीं, बल्कि एक विशेष आर्थिक शगुन और सामाजिक सम्मान का उपहार भी मिला। मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर राज्य भर की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा,

“बहनें सिर्फ रिश्तों का बंधन नहीं होतीं, वे भगवान के रूप में हमारे जीवन में आती हैं – प्रेम, त्याग और प्रेरणा की मिसाल बनकर।”

इस भावनात्मक और सशक्तिकरण से भरे संदेश के साथ उन्होंने लाड़ली बहना योजना की नई किस्त जारी की, जिससे लाखों महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान खिल उठी।

बहनों के लिए सीएम का खास संदेश – रक्षाबंधन पर मिला सम्मान और शगुन !
बहनों के लिए सीएम का खास संदेश – रक्षाबंधन पर मिला सम्मान और शगुन !

क्या है “लाड़ली बहना योजना”?

लाड़ली बहना योजना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी सामाजिक योजना है, जिसे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आगे बढ़ाया और विस्तार दिया है। योजना के अंतर्गत राज्य की पात्र महिलाओं को प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और घरेलू जिम्मेदारियों में आर्थिक भागीदारी निभा सकें।

इस रक्षाबंधन के अवसर पर सरकार ने विशेष रूप से एक अतिरिक्त “राखी शगुन” राशि प्रदान करने का निर्णय लिया, जिसे योजना की किश्त के साथ जोड़कर लाभार्थी महिलाओं के खातों में ट्रांसफर किया गया।

सीएम ने क्या कहा?

भोपाल में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी बहनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा:

“बहनों का प्रेम नि:स्वार्थ होता है। वे जीवन की असली शक्तिस्वरूपा हैं। हम उनका जितना सम्मान करें, कम है। रक्षाबंधन का यह पर्व सिर्फ राखी का नहीं, बल्कि बहन के गौरव का उत्सव है।”

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बहनों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षाबंधन पर दिया गया यह “शगुन” केवल एक आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है।

योजना से कितनी बहनों को लाभ?

मध्य प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस बार रक्षाबंधन के अवसर पर राज्य की 1.3 करोड़ से अधिक महिलाएं इस योजना के तहत लाभान्वित हुईं। हर महिला के खाते में ₹1,250 की राशि ट्रांसफर की गई, जिसमें ₹250 रक्षाबंधन के ‘विशेष शगुन’ के रूप में शामिल था।

राज्य सरकार ने इस राशि के साथ-साथ बहनों के लिए विभिन्न स्वास्थ्य, स्वरोजगार और शिक्षा सहायता कार्यक्रमों की भी घोषणा की है, जो अगले वित्तीय वर्ष से लागू होंगे।

महिलाओं की प्रतिक्रिया

लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी रेखा बाई, जो विदिशा जिले की रहने वाली हैं, ने बताया,

“पहले सिर्फ भाई रक्षाबंधन पर हमें कुछ देते थे, अब सरकार भी भाई की तरह हमारी चिंता कर रही है। ये शगुन सिर्फ पैसा नहीं, आत्मसम्मान है।”

भोपाल की एक अन्य महिला शांति देवी ने कहा कि इस योजना से अब उन्हें बच्चों की फीस भरने और घरेलू ज़रूरतों में बहुत सहूलियत मिल रही है।

विपक्ष की प्रतिक्रिया

हालांकि विपक्षी दलों ने इसे चुनावी रणनीति और भावनात्मक राजनीति करार दिया, लेकिन सरकार ने स्पष्ट किया कि यह योजना किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण की भावना से प्रेरित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “हमारी बहनों को सशक्त किए बिना समाज का विकास अधूरा है।”

निष्कर्ष

रक्षाबंधन 2025 का यह पर्व मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए यादगार और विशेष बन गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के इस कदम ने ना सिर्फ उन्हें आर्थिक मजबूती दी, बल्कि सामाजिक सम्मान भी दिलाया। यह पहल एक उदाहरण है कि राजनीति और नीति जब महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित होती है, तो समाज में सकारात्मक बदलाव की लहर उठती है।

बहनों के लिए यह रक्षाबंधन केवल एक पर्व नहीं रहा, बल्कि सशक्तिकरण और सम्मान का उत्सव बन गया – एक ऐसा दिन जब सरकार ने भी भाई की भूमिका निभाते हुए, उन्हें दिया खास ‘शगुन’ और भरोसा।

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