पीएम मोदी आज दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बड़ी सौगात देने वाले हैं। पीएम आज दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिसमें द्वारका एक्सप्रेस वे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 शामिल हैं। जानिए क्या है खास?
देश की राजधानी दिल्लीवासियों को रविवार का दिन एक ऐतिहासिक तोहफा देने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अर्बन एक्सटेंशन रोड (UER-II) और बहुप्रतीक्षित द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। इन दोनों परियोजनाओं का इंतजार लंबे समय से हो रहा था और अब इनके शुरू होने के बाद दिल्ली और एनसीआर के लाखों लोगों की जिंदगी आसान होने वाली है। यातायात व्यवस्था, प्रदूषण नियंत्रण और कनेक्टिविटी को लेकर यह दोनों ही प्रोजेक्ट बेहद अहम माने जा रहे हैं।

क्या है UER-II?
UER-II यानी अर्बन एक्सटेंशन रोड-II दिल्ली के बाहरी हिस्सों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण हाईवे नेटवर्क है। इसे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने विकसित किया है। करीब 76 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर का निर्माण दिल्ली में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करने और दिल्ली से होकर गुजरने वाले बाहरी राज्यों के वाहनों के बोझ को हटाने के लिए किया गया है।

इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली के उत्तरी और पश्चिमी हिस्से को गुरुग्राम, सोनीपत, बहादुरगढ़, गाज़ियाबाद और फरीदाबाद जैसे शहरों से जोड़ा जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि दिल्ली के बीचों-बीच से गुजरने वाले ट्रकों और भारी वाहनों को अब वैकल्पिक रास्ता मिल जाएगा। इससे न सिर्फ ट्रैफिक जाम कम होगा, बल्कि राजधानी की हवा में प्रदूषण का स्तर भी घटेगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे की अहमियत
दूसरी ओर, द्वारका एक्सप्रेसवे, जिसे नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (NPR) भी कहा जाता है, दिल्ली और गुरुग्राम के बीच की कनेक्टिविटी को नया आयाम देने वाला है। लगभग 29 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे की लागत करीब 10,000 करोड़ रुपये आई है। यह देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे है, जो आधुनिक तकनीक और वर्ल्ड-क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित है।
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली एयरपोर्ट के द्वारका सेक्टर-21 से शुरू होकर गुरुग्राम के करनाल हाईवे से जुड़ता है। इससे दिल्ली-गुरुग्राम रूट पर यातायात का बोझ काफी हद तक कम होगा और यात्रियों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे लंबी दूरी की यात्राएं बेहद आसान और तेज हो जाएंगी।
दिल्लीवासियों को क्या फायदा?
- ट्रैफिक जाम से राहत – दिल्ली और एनसीआर के प्रमुख हिस्सों में वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इन परियोजनाओं से लोगों को जाम से काफी हद तक छुटकारा मिलेगा।
- प्रदूषण में कमी – भारी वाहनों का दबाव राजधानी के बीचों-बीच से हटेगा, जिससे वायु प्रदूषण का स्तर कम होगा।
- समय और ईंधन की बचत – हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे और स्मूथ कनेक्टिविटी के कारण सफर का समय घटेगा और ईंधन की खपत भी कम होगी।
- इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा – बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से दिल्ली और एनसीआर के रियल एस्टेट, इंडस्ट्री और बिजनेस सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।
- लंबी दूरी की यात्राओं में आसानी – मुंबई, जयपुर, अमृतसर और चंडीगढ़ जैसे शहरों की ओर जाने वाले यात्रियों को तेज और आरामदायक मार्ग मिलेगा।
राष्ट्रीय महत्व
UER-II और द्वारका एक्सप्रेसवे सिर्फ दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए गेमचेंजर साबित होंगे। इससे उत्तर भारत के प्रमुख औद्योगिक कॉरिडोर दिल्ली से सीधे तौर पर जुड़ेंगे और माल ढुलाई में तेजी आएगी। इसके अलावा, लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी, जिससे व्यापारियों और उद्योगों को बड़ा लाभ होगा।
प्रधानमंत्री मोदी का विजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देश में वर्ल्ड-क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने पर जोर दे रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में एक्सप्रेसवे और हाईवे नेटवर्क का तेजी से विस्तार हुआ है। द्वारका एक्सप्रेसवे और UER-II को लेकर उनका कहना है कि यह परियोजनाएं सिर्फ कनेक्टिविटी का साधन नहीं हैं, बल्कि ‘न्यू इंडिया के विकास मॉडल’ का प्रतीक हैं।
निष्कर्ष
आज का दिन दिल्ली और एनसीआर के लिए ऐतिहासिक है। UER-II और द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन सिर्फ राजधानी की ट्रैफिक समस्या का समाधान नहीं करेगा, बल्कि यह प्रदूषण नियंत्रण, समय की बचत और आर्थिक विकास की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगा। इन परियोजनाओं से न केवल दिल्लीवालों को राहत मिलेगी, बल्कि पूरे उत्तर भारत की कनेक्टिविटी और विकास यात्रा को नई रफ्तार मिलेगी।