आज अखिलेश यादव टीले वाली मस्जिद पहुंचे जहां उन्होंने लोगों को ईद की मुबारकवाद दी। साथ ही उन्होंने योगी सरकार पर भी हमलाबोला !

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज ईद की सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी। वो आज ईदगाह, टीले वाली मस्जिद भी पहुंचे जहां उन्होंने लोगों को ईद की मुबारकवाद दी। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि, “हमारे देश में मिली जुली संस्कृति है हम लोग सभी त्योहार मिलकर मनाते है जो भारत देश में गंगा जमुनी संस्कृति है उसे हम सभी लोग मनाते है।आगे उन्होंने समाज में भाईचारे और धार्मिक सद्भावना को बढ़ावा देने की बात की और साथ ही यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा हर समुदाय के साथ खड़ी रही है। उनके इस दौरे को 2024 के चुनावों के संदर्भ में भी देखा जा रहा है, जहां अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी मुस्लिम समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला किया।
सपा पार्टी वक्फ बोर्ड बिल का सदन में विरोध करेगी

अखिलेश ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा की सभी को ईद की मुबारकबाद दी और कहा कि ईद का त्यौहार आपसी भाईचारे को मजबूत करने वाला त्यौहार है और मैं इस अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को ईद की मुबारकबाद देता हूं। मैं हमेशा यहां पर आया हूं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब भी यहां पर आया था और लोगों का प्यार उसी तरह से उन्हें मिला। अखिलेश ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तो कोई काम ही नहीं कर रही। बस हमारे समय में किए गए सभी काम का उद्घाटन करने में व्यस्त है। भाजपा को किसी का भी काम अच्छा नहीं लगता है। वही योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए कहा जो लोग निगेटिव पॉलिटिक्स करने वाले इस देश से दूर हो वक्फ बोर्ड बिल जो आ रहा है उससे ज्यादा तर देश की पार्टियां खिलाफ है।
बड़े पैमाने पर राजनितिक दल वक्फ बोर्ड बिल की खिलाफत करेंगे। अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी, समाजवादी पार्टी (सपा), वक्फ बोर्ड बिल का सदन में विरोध करेगी। उन्होंने यह बात तब कही जब उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड से संबंधित एक बिल विधानसभा में पेश किया गया। इस बिल के खिलाफ सपा का कहना है कि यह मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों पर हमला है और इसके जरिए राज्य सरकार वक्फ बोर्ड की संपत्ति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार इस बिल के माध्यम से मुस्लिम समाज के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रही है। उनका यह कहना था कि इस बिल का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की स्वतंत्रता को खत्म करना और इसके मामलों में सरकारी दखल बढ़ाना है। यह बिल और इस पर सपा का विरोध उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन चुका है, और इसके भविष्य पर अभी अनिश्चितता बनी हुई है।
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