दिग्गज एक्टर मनोज कुमार 87 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए हैं. अपनी फिल्मों के चलते उन्हें भारत कुमार कहकर भी पुकारा जाता था.
भारतीय अभिनेता और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे. उनका 87 साल की उम्र में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया है. मनोज कुमार के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई है. पूरब और पश्चिम, क्रांति और उपकार जैसी फिल्मों ने लोगों की नजर में मनोज कुमार की देशभक्त की जो छवि बनाई उससे उन्हें भारत कुमार (Bharat Kumar) नाम दे दिया गया. वहीं, मनोज कुमार बतौर डायरेक्टर भी सफल रहे और साल 1975 में उन्हें अपनी फिल्म रोटी, कपड़ा और मकान के लिए बेस्ट डायरेक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था. मनोज कुमार अपने पीछे एक लेगेसी छोड़ गए हैं.तमाम फैंस और सेलेब्स दिग्गज अभिनेता के निधन पर दुख जाहिर कर रहे हैं.

पश्चिमी पहनावा
पूरब और पश्चिम वो फिल्म थी जिसमें मनोज कुमार देसी और विदेशी दोनों तरह के लुक्स में नजर आए थे. फिल्म में जब वे पश्चिम में यानी विदेश में थे तो सूट-बूट पहने नजर आते थे लेकिन घर पर उनका पहनावा भारतीय कुरता-पाजामा ही था. पूर्व और पश्चिम के अंतर कोअपने लुक्स से मनोज कुमार ने बखूबी दर्शाया था.

देशभक्ति फिल्मों के लिए जाने जाते थे
बता दें कि 24 जुलाई 1937 को जन्में मनोज कुमार का असली नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी है। फिल्में में आने के बाद उन्होंने अपना नाम मनोज कुमार रखा। मनोज कुमार को उनकी देशभक्ति फिल्मों के लिए जाने जाता था। इसी वजह से उन्हें बॉलीवुड का ‘भारत कुमार’ कहा जाता था।
अनुपम खेर ने साझा किया वीडियो
अनुपम खेर ने भी मनोज कुमार के निधन पर वीडियो साझा कर दुख जताया। उन्होंने कहा, ‘मनोज कुमार जी का मेरे जीवन में बहुत बड़ा योगदान रहा है और रहेगा। उनकी फिल्में, उनकी फिल्मों के गाने न केवल हमारा मनोरंजन करती थीं, बल्कि हमारे अंदर देशभक्ति का बहुत खूबसूरत जज्बा भी जगाती थी।मेरे देशभक्त होने में उनकी फिल्मों का बहुत बड़ा हाथ रहा है। मनोज जी आप वाकई महान थे। ओम शांति।’
मनोज कुमार के निधन पर क्या बोलीं हेमा मालिनी
मनोज कुमार के निधन पर भाजपा सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कहा, ‘उन्होंने वर्षों में जितनी भी फिल्में बनाईं- सभी देशभक्ति से भरी थीं। वह भाजपा में भी शामिल हुए, हालांकि स्वास्थ्य कारणों से वह आगे नहीं बढ़ पाए, लेकिन वह इस (भाजपा) पार्टी के प्रशंसक थे। मैं उनसे पूछती थी कि आप अब फिल्में क्यों नहीं बनाते, क्योंकि आपके जैसे फिल्मकार अब नहीं रहे। वह कहते थे- हां, मैं बनाऊंगा। यह दुखद है कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं। मेरी उनके साथ खूबसूरत यादें हैं। वह गानों को फिल्माने में माहिर थे। मैंने उनके साथ 4 फिल्में की हैं।’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मनोज कुमार को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, ‘महान अभिनेता और फिल्म निर्माता मनोज कुमार जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है। अपने लंबे और प्रतिष्ठित करियर के दौरान उन्हें उनकी देशभक्ति फिल्मों के लिए जाना जाता था, जिसने भारत के योगदान और मूल्यों पर गर्व की भावना को बढ़ावा दिया। राष्ट्रीय नायकों, किसानों और सैनिकों के प्रतिष्ठित चरित्रों को उन्होंने जीवंत किया, जो हमारी सामूहिक स्मृति में अंकित रहेंगे। उनका सिनेमा राष्ट्रीय गौरव को जगाएगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।’
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