पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ का बड़ा बयान !

भारत के ताबड़तोड़ हमले के बाद अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ बीच बचाव के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस पूरे तनाव में परमाणु हथियारों के विकल्प पर विचार नहीं कर रहा है।

भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि फिलहाल उनकी ओर से परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावना नहीं है। हालांकि उन्होंने ये भी दावा किया कि अगर चीजें खराब होती हैं और संघर्ष बढ़ता रहता है तो फिर नहीं कहा जा सकता है कि इसका अंजाम क्या होगा। ख्वाजा आसिफ ने इशारे में दुनिया को डर दिखाते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के जंग से वो भी प्रभावित हो सकते हैं, जो सिर्फ दूर बैठकर देख रहे हैं। ख्वाजा आसिफ कुछ दिन पहले भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दे चुके हैं।

ख्वाजा आसिफ ने जियो न्यूज से बात करते हुए कहा, ‘परमाणु विकल्प फिलहाल विचाराधीन नहीं है लेकिन अगर हालात बिगड़ते हैं तो तमाशबीन भी प्रभावित होंगे। मैं दुनिया को बता रहा हूं कि यह विनाश केवल इस क्षेत्र तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह तबाही बहुत व्यापक स्तर पर होगी।’ आसिफ ने एक बार फिर भारत पर आक्रामक रुख अपनाने का आरोप भी लगाया है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ का बड़ा बयान !
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ का बड़ा बयान !

परमाणु कमांड की अभी बैठक नहीं

परमाणु कमांड की अभी बैठक नहीं
परमाणु कमांड की अभी बैठक नहीं

ख्वाजा आसिफ ने बताया है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर फैसले लेने के लिए जिम्मेदार अथॉरिटी NCA की फिलहाल कोई बैठक नहीं बुलाई गई है। इससे साफ है कि फिलहाल परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात चर्चा में नहीं है। इससे पहले पाक मीडिया में NCA की बाठक बुलाए जाने की खबर सामने आई थी। बैठक की बात को अब ख्वाजा आसिफ ने नकार दिया है।

ख्वाजा आसिफ ने इस पूरे तनाव का दोष भारत पर मढ़ते हुए कहा कि भारत ने लगातार हमले कर ऐसे हालात बना दिए हैं, जिससे पाकिस्तान के पास विकल्प कम होते जा रहे हैं। इससे पाकिस्तान को मजबूरन कोई सख्त कदम उठाना पड़ सकता है। पाकिस्तान का ये कथित सख्त कदम, पूर्ण युद्ध यानी फुल स्केल वॉर में जाने का हो सकता है। इसके संकेत पाकिस्तान ने दे दिए हैं।

ख्वाजा आसिफ ने माना पाकिस्तान के पास विकल्प बहुत कम

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि वह दुनिया को बता रहे हैं कि यह केवल इस क्षेत्र विशेष तक सीमित नहीं रहेगा, यह बहुत व्यापक हो सकता है। यह विनाश है। उन्होंने ये भी माना कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए उनके पास विकल्प कम होते जा रहे हैं। आसिफ ने यह भी साफ किया कि राष्ट्रीय कमान प्राधिकरण यानी एनसीए की कोई बैठक नहीं बुलाई गई है। एनसीए पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के बारे में परिचालन संबंधी निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है।

मध्यस्थता की आवश्यकता

ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान अगले स्तर के लिए तैयार है,लेकिन अगर दुनिया मध्यस्थता करती है,तो वह इसके लिए भी तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दो परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध वैश्विक चिंता का विषय हो सकता है। ऐसे में,जो देश इस स्थिति को देख रहे हैं,वे भी इससे प्रभावित हो सकते हैं।

इस प्रकार,भारत और पाकिस्तान के बीच की स्थिति गंभीर बनी हुई है,और सभी की नजरें इस पर हैं कि आगे क्या होता है।

मदरसे के छात्र पाकिस्तान की दूसरी रक्षा पंक्ति है- ख्वाजा


भारत से साथ चल रहे संघर्ष की पृष्ठभूमि में बुलाए गए संसद सत्र के दौरान बोलते हुए आसिफ ने कहा, जहां तक मदरसों या मदरसा छात्रों का सवाल है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे हमारी रक्षा की दूसरी पंक्ति हैं। वहां पढ़ने वाले युवाओं का समय आने पर 100 प्रतिशत इस्तेमाल किया जाएगा। आसिफ के इस बयान से पाकिस्तान की पोल खुल गई है। दरअसल पाकिस्तान दावा करता रहा है कि मदरों का इस्तेमाल शिक्षा के लिए किया जा रहा है। 

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