Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भुज एयरबेस का दौरा करेंगे. इससे पहले मंगलवार (13 मई) को पीएम मोदी पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे थे.
पाकिस्तान और उसके आतंकियों के खिलाफ भारतीय सशस्त्र बलों का ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा है। कुछ ही समय के हमले में भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया और पाकिस्तान सीजफायर के लिए मिन्नतें करने लगा। इसके बाद दोनों में सीजफायर हुआ है। इस सीजफायर के बीच अब सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है।
जानकारी के मुताबिक, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को वायुसेना के भुज एयरबेस की यात्रा करने जाएंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे थे. जहां उन्होंने जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया.

भारत-पाक सीमा का दौरा करेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ
सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज पहुंचेंगे. जहां वह भुज एयरबेस का दौरा करेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ये यात्रा दो दिवसीय होगी. वह शुक्रवार और शनिवार को गुजरात में होंगे. बताया जा रहा है कि भुज एयरबेस के दौरे के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुजरात की भारत पाकिस्तान सीमा का दौरा भी करेंगे.
बॉर्डर के पास है यह एयरबेस

पाकिस्तान से लगने वाली सीमा के लिए जहां पंजाब के एयरबेस सुरक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं तो वहीं कच्छ के भुज शहर में स्थित एयरबेस भारत की बड़ी ताकत है। भुज एयरबेस पर ही बॉलीवुड फिल्म भुज ‘द प्राइड ऑफ इंडिया’ बन चुकी है। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान इस एयरबेस ने काफी अहम भूमिका निभाई थी। पाकिस्तान ने हवाई पट्टी को नुकसान पहुंचाया था लेकिन गुजरात की महिलाओं ने रातोंरात अपने पराक्रम से हवाई पट्टी भी तैयार कर दी थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने दौरे में पाकिस्तान से लगी सीमा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे। भारत पाकिस्तान के बीच जब तनाव हुआ था तो भुज शहर के ब्लैकआउट किया गया था। पाकिस्तान के कई ड्रोन कच्छ मे गिराए गए थे। भुज एयरबेस पाकिस्तान बॉर्डर से 160 किलोमीटर की दूरी पर है।
पाकिस्तान ने भुज में भी किया था ड्रोन हमला
बता दें कि भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव के दौरान पाकिस्तानी सेना ने भुज को भी ड्रोन से निशाना बनाने की कोशिश की थी. हालांकि, भारत के सुरक्षाबलों ने एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से पाकिस्तान के सभी ड्रोन और मिसाइलों को आसमान में ही मार गिराया. चार दिनों तक चले इस घटना क्रम के बाद आखिरकार पाकिस्तान ने हार मान ली और सीजफायर की मिन्नतें करने लगा.