“शनि जयंती पर मिलेगा ग्रहों से राहत का वरदान, साढ़ेसाती से मुक्ति के आसान उपाय”

शनि को न्याय का देवता कहा जाता है. कहते हैं जब शनि की नजर टेढ़ी हो तो राजा भी रंक बन जाता है. ऐसे में जिन लोग शनि की पीड़ा से परेशान हैं उनके लिए शनि देव की कृपा पाने का खास मौका है. दरसअल,ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है. शास्त्रों के मुताबिक, इस दिन ही भगवान शनि का जन्म हुआ था.उनके पिता का सूर्यदेव और माता छाया है. तिथियों में हेर फेर के कारण इस बार शनि जयंती की तारीख को लेकर थोड़ा कन्फ्यूजन की स्थिति है.

पंचांग के अनुसार,ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या तिथि की शुरुआत 26 मई को सुबह 10 बजकर 54 मिनट से हो रहा है.जो अगले दिन यानी 27 मई को सुबह 8 बजकर 34 मिनट तक रहेगा. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार अमावस्या तिथि का मान्य 27 मई को होगा. इसलिए 27 मई को ही शनि जयंती मनाई जाएगी ,इस दिन भक्त शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ के ही साथ दान भी करेंगे। इस दिन शनि किए गए कुछ उपाय ढैय्या और साढ़ेसाती के बुरे प्रभाव से भी आपको बचा सकते हैं।

"शनि जयंती पर मिलेगा ग्रहों से राहत का वरदान, साढ़ेसाती से मुक्ति के आसान उपाय"
“शनि जयंती पर मिलेगा ग्रहों से राहत का वरदान, साढ़ेसाती से मुक्ति के आसान उपाय”

शनि जयंती पर करें ये उपाय

  • शनि जयंती के दिन आपको सुबह के समय स्वच्छ होकर पूजा स्थल में सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इसके बाद गणेश जी का ध्यान और गणेश जी के मंत्रों का जप करने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। कम से कम 7 बार इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का बुरा प्रभाव भी कम होता है। 
  • इस दिन पीपल के पेड़ तले सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी आपको लाभ मिलता है। ऐसा करने से शनि देव तो प्रसन्न होते ही हैं साथ ही आपको पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। 
  • शनि जयंती के दिन छाया दान करना भी शुभ माना जाता है। आपको किसी पात्र में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखनी है और उसके बाद उस तेल का दान कर देना है। ऐसा माना जाता है कि शनि जयंती के दिन छाया दान करने से शनि ग्रह से जुड़ी बड़ी से बड़ी परेशानी का अंत हो जाता है। साथ ही आपके अटके कार्य भी पूरे होते हैं। 
  • शनि देव को जरूरतमंदों की मदद करने वाले लोग बहुत पसंद हैं। इसलिए शनि जयंती के दिन अगर आप सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों को दान कर सकें या उनकी पसंद की चीजें उन्हें दे सकें तो शनि की शुभ दृष्टि आप पर पड़ती है और जीवन की विघ्न बाधाएं दूर होने लगती हैं। 
  • इस दिन जानवारों को रोटी, दाना आदि खिलाने से भी शनि प्रसन्न होते हैं। खासकर कुत्ता, कोआ, चींटी आदि को अगर आप अन्न डालते हैं तो शनि की बुरी दृष्टि आप पर से हट जाती है। साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव भी ऐसा करने से कम हो जाता है। 

इन पांच राशि वालों को करना चाहिए उपाय


काशी के ज्योतिषाचार्य पण्डित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस समय में मेष, कुंभ और मीन राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसके साथ ही सिंह और धनु राशि पर शनि की ढैय्या है. इन सभी राशि वालों को शनि की पीड़ा से मुक्ति के लिए कुछ खास उपाय जरूर करना चाहिए.

हनुमान चालीसा का करें पाठ

हनुमान चालीसा का करें पाठ
हनुमान चालीसा का करें पाठ


शनि जयंती के दिन इन पांच राशि वालों को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा इस दिन सुंदरकांड का पाठ भी करना चाहिए. इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक भी जलाना चाहिए और छाया दान करने से भी शनि देव का आशीर्वाद मिलता है.

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