“स्पेन में गूंजा भारत का स्वर: ‘राष्ट्रीय भाषा’ के सवाल पर कनिमोझी के जवाब ने लूटी महफिल !

स्पेन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कनिमोझी से पूछा गया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है। इस प्रश्न का उन्होंने बहुत सधा हुआ जवाब दिया, जिसे सुनकर हॉल में मौजूद लोग खुद को ताली बजाने से नहीं रोक सके।

डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व वाला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल फिलहाल स्पेन दौरे पर है। स्पने में एक कार्यक्रम के दौरान कनिमोझी से पूछा गया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है? इस पर डीएमके सांसद ने जो जवाब दिया, उसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग तालियां बजाने लगे। इस दौरान डीएमके सांसद ने कहा कि हमारे देश में बहुत कुछ किया जाना बाकी है और हम ये करना भी चाहते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से हमारा ध्यान भटकाया जा रहा है। 

"स्पेन में गूंजा भारत का स्वर: 'राष्ट्रीय भाषा' के सवाल पर कनिमोझी के जवाब ने लूटी महफिल !
“स्पेन में गूंजा भारत का स्वर: ‘राष्ट्रीय भाषा’ के सवाल पर कनिमोझी के जवाब ने लूटी महफिल !

“कनिमोझी का करारा जवाब, स्पेन में बजती रहीं तालियाँ!”


स्पेन में भारतीय समुदाय के लोगों से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और आवाज उठाने की अपील की गई। इसी दौरान एक व्यक्ति ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं डीएमके सांसद कनिमोझी से सवाल किया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है? गौरतलब है कि तमिलनाडु की डीएमके सरकार और केंद्र सरकार के बीच भाषा को लेकर विवाद हो रहा है।

खासकर नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत तीन भाषा फार्मूले पर डीएमके सरकार विरोध कर रही है। स्पेन में पूछे गए सवाल को इसी विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि कनिमोझी के जवाब ने सवाल पूछने वाले व्यक्ति की बोलती बंद कर दी। कनिमोझी ने अपने जवाब में कहा कि ‘भारत की राष्ट्रीय भाषा एकता में अनेकता है।’ कनिमोझी के जवाब पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। 

क्यों महत्वपूर्ण है कनिमोझी का यह बयान?

क्यों महत्वपूर्ण है कनिमोझी का यह बयान?
क्यों महत्वपूर्ण है कनिमोझी का यह बयान?

बता दें कि कनिमोझी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में DMK केंद्र सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शामिल तीन-भाषा फॉर्मूले का विरोध कर चुकी है। यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है क्योंकि DMK ने लगातार तर्क दिया है कि एनईपी में त्रिभाषा नीति गैर-हिंदी भाषी राज्यों पर हिंदी थोपती है।

कनिमोझी के नेतृत्व वाले डेगिलेशन में कौन-कौन शामिल?

कनिमोझी के नेतृत्व में स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया और रूस जाने वाला ऑल पार्टी डेलिगेशन उन 7 बहुदलीय समूहों में से एक है, जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की गतिविधियों और भारत की आतंकवाद-रोधी प्रतिक्रिया पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए 33 देशों की राजधानियों का दौरा करने का जिम्मा सौंपा है। कनिमोझी के नेतृत्व वाले ऑल पार्टी डेलिगेशन में राजीव राय (समाजवादी पार्टी), मियां अल्ताफ अहमद (JKNC), ब्रिजेश चौटा (BJP), प्रेम चंद गुप्ता (RJD), अशोक कुमार मित्तल (AAP), और पूर्व राजनयिक मंजीव एस पुरी और जावेद अशरफ शामिल हैं।

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