यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दंगाइयों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाता दिखे, तो उसका वीडियो बनाकर वायरल करें। सरकार ऐसे लोगों के पोस्टर लगाकर उनसे नुकसान की भरपाई करेगी।
लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति किसी सरकार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की होती है। इसे बनाने में सभी नागरिकों का पैसा और मेहनत लगती है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाता दिखे, तो उसे रोकें। यदि वह नहीं मानता, तो मोबाइल से उसका वीडियो बनाकर वायरल करें।

सरकार ने ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है। यदि कोई व्यक्ति तोड़फोड़ करते हुए पकड़ा जाता है, तो:
- उसकी तस्वीरें शहर में जगह-जगह पोस्टरों पर लगाई जाएंगी।
- संपत्ति को हुए नुकसान का पूरा खर्चा उसी व्यक्ति से वसूला जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे लोगों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वे भविष्य में कानून हाथ में लेने से पहले सौ बार सोचेंगे। यूपी सरकार पहले भी दंगों और प्रदर्शनों के दौरान हुए नुकसान की वसूली कर चुकी है ।
राष्ट्र के प्रति जवाबदेही समझें
यूपी के सीएम ने कहा कि सार्वजानिक संपत्तियां किसी एक इंसान या समाज की नहीं होती हैं। यह संपत्तियां सभी के लिए होती हैं। ऐसे में सभी को इनके प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। हमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। अगर कोई और ऐसा करता दिखाई दे तो उसे रोकना चाहिए। रोकने पर भी नहीं माने तो शिकायत करनी चाहिए। योगी ने कहा “आज सभी के हाथ में स्मार्टफोन आ गए हैं। अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाता दिखे तो उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दीजिए। बाकी इन लोगों के पोस्टर लगाकर उनसे नुकसान की भरपाई करने के लिए हम हैं।”
दंगाइयों से पैसे वसूल चुकी है योगी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार ने 2019-2020 में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुए नुकसान की वसूली तोड़फोड़ करने वाले लोगों से की थी। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने दंगों और प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदर्शनकारियों से वसूली करने की नीति लागू की थी। इसके तहत, सरकार ने नोटिस जारी किए और कुछ मामलों में संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की थी। हालांकि, बाद में कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी।
किस कार्यक्रम में बोल रहे थे सीएम?
यह सारी बातें सीएम योगी ने लखनऊ के लोकभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं. यह कार्यक्रम यूपी बोर्ड के 2025 के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के टॉपर बच्चों को सम्मानित करने के लिए रखा गया था. इस मौके पर मेधावी छात्रों को एक-एक लाख रुपये, एक टैबलेट और मेडल देकर उनका हौसला बढ़ाया गया. साथ ही, उन्होंने संस्कृत शिक्षा से जुड़ी 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा की योजनाओं का शिलान्यास भी किया.
कुल मिलाकर, संदेश साफ़ है कि यूपी में अब सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाना बहुत महंगा पड़ सकता है. सरकार इस मामले में कोई भी ढील देने के मूड में नहीं है.
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