दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में मानसून समय से पहले पहुंचने वाला है। मामसून 22-23 जून तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है। बिहार समेत कई राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है।
दिल्ली और देशभर में मानसून के आगमन को लेकर मौसम विभाग ने नवीनतम अनुमान जारी किया है। इस साल मानसून की प्रगति तेज रहने की संभावना है, जिससे दिल्ली और उत्तर भारत में समय से पहले बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, केरल में 24 मई को मानसून पहुंच चुका है, जो सामान्य तिथि 1 जून से सात दिन पहले था। इसके बाद यह 26 मई को मुंबई पहुंचा, जो कि इसकी सामान्य शुरुआत 11 जून से पहले है। इस तेजी से आगे बढ़ते मानसून के कारण दिल्ली में 19 से 25 जून के बीच बारिश शुरू होने की संभावना है।
उत्तर भारत में मानसून की प्रवेश तिथि आमतौर पर 30 जून होती है, लेकिन इस बार मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि दिल्ली में 7 से 10 दिन पहले मानसून दस्तक दे सकता है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बनने के कारण ओडिशा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश में भी जल्द ही बारिश शुरू होने की संभावना है।

दिल्ली और एनसीआर में प्री-मानसून गतिविधियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं, जिससे नमी बढ़ने लगी है। अगले कुछ दिनों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि इस साल भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, जिससे किसानों को लाभ मिलेगा और पर्यावरण को तरावट मिलेगी।
एक बार फिर से एक्टिव हुआ मानसून
मौसम विभाग ने बताया कि मानसून भारत में सबसे पहले 24 मई को केरल पहुंचा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में निम्न-दबाव के कारण मानसून अगले कुछ दिन में तेजी से बढ़ा और 29 मई तक मुंबई समेत मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर तक जा पहुंच गया। हालांकि यह 28-29 मई से 10-11 जून तक रुका रहा। हालांकि मानसून अब एक बार फिर से सक्रिय हो गया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अब मानसून के मध्य और पूर्वी भारत के शेष भागों और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को 18 जून तक कवर करने की संभावना है। इसके 19 जून से 25 जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश भागों में आगे बढ़ने की उम्मीद है।
दिल्ली में सबसे पहले पहुंचेगा मानसून

आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि 27 जून की सामान्य शुरुआत तिथि से पहले मानसून 22-23 जून तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है। भारत में जून-सितंबर मानसून के मौसम के दौरान 87 सेमी की लंबी अवधि की औसत वर्षा का 106 प्रतिशत प्राप्त होने की संभावना है।
इन राज्यों में सामान्य से अधिक होगी बारिश
लद्दाख, हिमाचल प्रदेश के आस-पास के इलाकों, पूर्वोत्तर और बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। पंजाब, हरियाणा, केरल और तमिलनाडु के कुछ अलग-अलग इलाकों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की जा सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल या मुंबई में मानसून का जल्दी या देरी से आना जरूरी नहीं कि देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की प्रगति का संकेत हो। उनका कहना है कि मानसून जटिल वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय कारकों से प्रभावित होता है, जिसमें महत्वपूर्ण परिवर्तनशीलता होती है।
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