केरल में CM की रेस में थरूर आगे! कांग्रेस नेता ने कसा तंज – “पहले तय करें, किस पार्टी से हैं?”

शशि थरूर ने हाल ही एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें बताया गया कि केरल के सीएम पद के तौर पर वह सबसे उपयुक्त हैं। हालांकि कांग्रेस के ही नेता ने उनपर निशाना साधते हुए कहा कि पहले वह ये तय कर लें कि किस पार्टी से हैं।

केरल की राजनीति में हलचल एक बार फिर तेज़ हो गई है। कांग्रेस सांसद और लोकप्रिय नेता शशि थरूर को लेकर यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे आगामी विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में उभर सकते हैं। हालांकि, उनके बढ़ते प्रभाव और लोकप्रियता को लेकर कांग्रेस के भीतर ही मतभेद और टकराव की स्थिति पैदा होती दिख रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता द्वारा दिए गए तंज भरे बयान ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है।

केरल में CM की रेस में थरूर आगे! कांग्रेस नेता ने कसा तंज – "पहले तय करें, किस पार्टी से हैं?"
केरल में CM की रेस में थरूर आगे! कांग्रेस नेता ने कसा तंज – “पहले तय करें, किस पार्टी से हैं?”

थरूर को बताया गया ‘सीएम फेस’?

हाल ही में कुछ सर्वेक्षणों और पार्टी कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रियाओं में यह बात सामने आई कि शशि थरूर को केरल में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा बनाया जाए, क्योंकि उनकी लोकप्रियता शहरी मतदाताओं, युवाओं और पढ़े-लिखे तबके में काफी अधिक है। सोशल मीडिया और आम सभाओं में थरूर को मिले भारी समर्थन ने इस मांग को और मजबूती दी।

इस संभावना ने पार्टी के अंदर कई नेताओं को असहज कर दिया है, खासकर वे नेता जो लंबे समय से केरल कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय हैं और खुद को सीएम पद के दावेदार मानते हैं।

कांग्रेस नेता का तीखा तंज

कांग्रेस नेता का तीखा तंज
कांग्रेस नेता का तीखा तंज

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी. डी. सतीशन ने हाल ही में एक मीडिया बातचीत के दौरान बिना नाम लिए शशि थरूर पर तीखा तंज कसते हुए कहा,
“पहले यह तय करना चाहिए कि वह किस पार्टी के हैं, कांग्रेस के या किसी और के। पार्टी लाइन से हटकर चलना और फिर नेतृत्व की दावेदारी करना, ये स्वीकार नहीं किया जा सकता।”

उनका इशारा थरूर की उस राजनीतिक शैली की ओर था जिसमें वे कभी-कभी पार्टी के आधिकारिक रुख से अलग राय रखते हैं, जैसे कि CAA, मुस्लिम संगठनों से संवाद, या कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना। उनके अनुसार, पार्टी के भीतर रहकर अनुशासन जरूरी है।

थरूर की सफाई

शशि थरूर ने इस बयान पर सीधे कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उन्होंने पहले कई बार कहा है कि वे कांग्रेस के प्रतिबद्ध सिपाही हैं और पार्टी जो जिम्मेदारी दे, उसे निभाने को तैयार हैं। एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने कहा था,
“मैं राजनीति में पद के लिए नहीं, सेवा के लिए आया हूं। अगर पार्टी मुझे केरल में किसी भूमिका में देखना चाहती है, तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं।”

कांग्रेस में मतभेद या रणनीति?

पार्टी के अंदर इस तरह के बयान यह संकेत देते हैं कि कांग्रेस नेतृत्व केरल में आगामी रणनीति को लेकर भ्रम की स्थिति में है। एक ओर जहां थरूर जैसे चेहरे को आगे लाने से पार्टी को युवा, शहरी और सोशल मीडिया सक्रिय वर्ग का समर्थन मिल सकता है, वहीं दूसरी ओर पार्टी के पुराने नेता इसे अपने अस्तित्व पर खतरे के रूप में देख रहे हैं।

कांग्रेस हाईकमान अभी तक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है, लेकिन जानकारों का मानना है कि यदि पार्टी को केरल में वाम मोर्चे को चुनौती देनी है, तो उसे एक मज़बूत और करिश्माई चेहरे की ज़रूरत होगी — और शशि थरूर इस भूमिका में फिट बैठते हैं।

भविष्य की राह

केरल की राजनीति में वाम दलों का प्रभाव लंबे समय से बना हुआ है। कांग्रेस की वापसी के लिए नई ऊर्जा और स्पष्ट नेतृत्व आवश्यक है। ऐसे में शशि थरूर जैसे ग्लोबल अनुभव और भाषाई दक्षता वाले नेता को आगे लाना एक नया प्रयोग हो सकता है।

निष्कर्ष

थरूर को लेकर पार्टी के भीतर चल रही खींचतान यह दर्शाती है कि कांग्रेस एक बदलाव के दौर से गुजर रही है। सवाल सिर्फ यह नहीं कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, बल्कि यह भी है कि क्या कांग्रेस एक नए नेतृत्व मॉडल को अपनाने के लिए तैयार है? आने वाले महीने इस बात का फैसला करेंगे कि थरूर के सितारे और चढ़ेंगे या पार्टी की अंदरूनी राजनीति उनके रास्ते में रोड़ा बन जाएगी।

Also Read :

हिमाचल के मंत्री का फूटा गुस्सा: ‘कंगना रनौत को दे देना चाहिए सांसद पद से इस्तीफा’!