टीम इंडिया की कैप से अब भी दूर: डेब्यू का इंतजार बना इंतिहान !

 भारतीय खिलाड़ी अभिमन्यु ईश्वरन टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड में हैं, लेकिन अभी तक उनका डेब्यू का सपना पूरा नहीं हो पाया है।

भारतीय क्रिकेट में कई युवा सितारे अपनी मेहनत और प्रदर्शन के बल पर राष्ट्रीय टीम के दरवाजे तक पहुंचते हैं, लेकिन अंतिम मंज़िल – यानी टीम इंडिया की कैप – तक पहुंचने में वक्त लग सकता है। कुछ ऐसा ही हाल इस वक्त ओपनिंग बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन का है, जो इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के साथ तो हैं, लेकिन अब तक उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल पाया है। हर बीतता दिन उनके डेब्यू का इंतजार लंबा कर रहा है।

टीम इंडिया की कैप से अब भी दूर: डेब्यू का इंतजार बना इंतिहान !
टीम इंडिया की कैप से अब भी दूर: डेब्यू का इंतजार बना इंतिहान !

कौन हैं अभिमन्यु ईश्वरन?

अभिमन्यु ईश्वरन बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और भारत के सबसे भरोसेमंद ओपनिंग बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उनका फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है – उन्होंने अब तक 90 से अधिक मैच खेले हैं जिसमें उनका औसत 45 से ऊपर है। वे लंबे समय से इंडिया ए टीम का हिस्सा रहे हैं और उन्होंने विदेशी दौरों में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम इंडिया में शामिल किया, विशेषकर विदेशी टेस्ट दौरों पर।

इंग्लैंड दौरे पर शामिल, लेकिन प्लेइंग इलेवन से बाहर

इस वक्त भारतीय टेस्ट टीम इंग्लैंड दौरे पर है, जहां कई युवा चेहरों को मौका मिला है। लेकिन इसके बावजूद ईश्वरन को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। टीम मैनेजमेंट ने यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी पर भरोसा जताया है, और मध्यक्रम में शुभमन गिल, विराट कोहली की मौजूदगी के चलते किसी बदलाव की गुंजाइश कम ही दिखती है। ऐसे में ईश्वरन को सिर्फ नेट्स तक ही सीमित रहना पड़ा है।

लगातार स्क्वॉड में जगह, लेकिन डेब्यू नहीं

ईश्वरन का नाम पिछले कुछ वर्षों से लगातार भारतीय टेस्ट स्क्वॉड में शामिल होता रहा है। 2021 से लेकर अब तक वे कई दौरे कर चुके हैं – इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और वेस्ट इंडीज़ – लेकिन उन्हें कभी भी अंतिम एकादश में नहीं उतारा गया। इससे उनके मानसिक धैर्य और संयम की परीक्षा होती रही है। कई बार ऐसे खिलाड़ी निराश होकर अपनी लय भी खो बैठते हैं, लेकिन ईश्वरन अब तक पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और लगातार मेहनत कर रहे हैं।

क्या चयन नीति पर उठेंगे सवाल?

यह सवाल बार-बार उठता रहा है कि यदि किसी खिलाड़ी को बार-बार टीम में चुना जा रहा है, तो आखिर उन्हें मौका क्यों नहीं दिया जा रहा? क्या यह केवल ‘बैकअप’ के तौर पर रखना है या वास्तव में वे टीम प्लानिंग का हिस्सा हैं? क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यदि किसी खिलाड़ी को लंबे समय तक मौके नहीं दिए जाते, तो उसका आत्मविश्वास प्रभावित हो सकता है। ईश्वरन जैसे खिलाड़ी, जिनका डोमेस्टिक रिकॉर्ड मजबूत है, उन्हें नजरअंदाज करना अनुचित है।

भविष्य की उम्मीदें और संभावनाएं

भारतीय टीम को भविष्य में कई अहम विदेशी दौरे खेलने हैं, जिसमें दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और वेस्ट इंडीज़ शामिल हैं। यदि टीम मैनेजमेंट खिलाड़ियों को रोटेट करता है या चोट के चलते बदलाव होते हैं, तो ईश्वरन को मौका मिल सकता है। उनका तकनीकी रूप से मजबूत खेल और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी उन्हें विदेशी परिस्थितियों में सफल बना सकती है।

निष्कर्ष: इंतजार की घड़ियां अभी बाकी हैं

अभिमन्यु ईश्वरन जैसे युवा खिलाड़ी के लिए टीम इंडिया की कैप अब भी एक सपना है, जिसे पाने के लिए वे हर दिन पसीना बहा रहे हैं। हालांकि फिलहाल उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली है, लेकिन उनका समर्पण, प्रदर्शन और अनुशासन यह बताता है कि उनका समय जरूर आएगा। प्रशंसकों को भी उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनके करियर को वह मान्यता मिलेगी जिसके वे हकदार हैं।

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