उत्तर प्रदेश के हापुड़ में यूपी पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में बिहार के बदमाश का एनकाउंटर कर दिया है। एनकाउंटर में 50 हजार का इनामी डब्लू यादव मारा गया है।
उत्तर प्रदेश और बिहार पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में 50 हजार रुपये का इनामी कुख्यात अपराधी डब्लू यादव मुठभेड़ में मारा गया। यह कार्रवाई गाजीपुर जिले के सीमावर्ती इलाके में की गई, जहां बिहार के कई जिलों में आतंक मचा चुके डब्लू यादव की लंबे समय से तलाश थी। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई को दोनों राज्यों में अपराध के खिलाफ सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

कौन था डब्लू यादव?

डब्लू यादव, मूलतः बिहार के सिवान जिले का रहने वाला था। उस पर हत्या, रंगदारी, लूट और अवैध हथियारों की तस्करी जैसे दर्जनों गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। बिहार पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। पिछले कई महीनों से वह उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में पनाह लेकर अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
सूत्रों के मुताबिक, डब्लू यादव के गाजीपुर के भांवरकोल थाना क्षेत्र में छिपे होने की गुप्त सूचना यूपी एसटीएफ और बिहार पुलिस को मिली थी। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस टीम ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया। रविवार देर रात जब पुलिस टीम ने इलाके को घेरा, तो डब्लू यादव ने भागने की कोशिश की और फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसे लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके से एक देशी पिस्टल, कारतूस और मोबाइल फोन बरामद किया है।
पुलिस का बयान
गाजीपुर के एसपी ओमप्रकाश सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया,
“डब्लू यादव बेहद शातिर और खतरनाक अपराधी था। उसने कई बार गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस पर फायरिंग की थी। इस बार भी उसने पुलिस पर हमला किया, जिसके बाद मुठभेड़ में वह मारा गया।”
बिहार पुलिस के अधिकारियों ने भी यूपी पुलिस के साथ समन्वय को सराहा और कहा कि अपराधी कहीं भी छिपे हों, उन पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इलाके में राहत की लहर
डब्लू यादव की मौत के बाद गाजीपुर और सिवान के कई गांवों में लोगों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय लोगों ने बताया कि डब्लू यादव का नाम सुनकर ही डर लगता था। वह कई बार व्यापारियों और स्थानीय नेताओं से रंगदारी वसूलने की कोशिश करता था और विरोध करने वालों को धमकाता था।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस एनकाउंटर पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश में विपक्ष ने इसे “पुलिसिया दमन” करार दिया, तो वहीं सत्तारूढ़ दलों ने इसे कानून व्यवस्था के प्रति राज्य सरकारों की प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया।
बीजेपी नेता संजय पासवान ने कहा,
“योगी मॉडल की कानून व्यवस्था अब अपराधियों के लिए कहीं भी सुरक्षित नहीं रही। बिहार और यूपी की पुलिस का यह तालमेल सराहनीय है।”
वहीं राजद के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा,
“हम कानून का समर्थन करते हैं, लेकिन हर एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”
निष्कर्ष
डब्लू यादव का एनकाउंटर न केवल पुलिस के लिए बड़ी सफलता है, बल्कि यह स्पष्ट संकेत भी है कि अब अपराधी सीमाओं में छिपकर नहीं बच सकते। उत्तर प्रदेश और बिहार पुलिस के इस संयुक्त ऑपरेशन ने यह संदेश दे दिया है कि कानून के लंबे हाथ अब हर राज्य की सीमा पार करके अपराधियों तक पहुंचने में सक्षम हैं।
पुलिस ने बताया है कि डब्लू यादव से जुड़े नेटवर्क की भी जांच की जा रही है और उसके सहयोगियों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। यह एनकाउंटर आने वाले समय में अन्य वांछित अपराधियों पर दबाव बना सकता है।