डिंपल पर अभद्र टिप्पणी: नेता की मौलाना को चेतावनी – “माफी मांगो वरना दो मिनट में सबक सिखाएंगे”

मैनपुरी से सपा सांसद डिंपल यादव के खिलाफ विवादित बयान देने वाले मौलाना साजिद रशीदी को लेकर विरोध तेज होता दिखाई दे रहा है। अब सपा के छात्र सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव ने मौलाना को खुली धमकी दी है।

उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बयानबाज़ी का दौर तेज हो गया है। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव पर मौलाना तौकीर रशीदी द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी ने बवाल खड़ा कर दिया है। इस बयान की चौतरफा निंदा हो रही है। मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब एक स्थानीय नेता ने मंच से मौलाना को सीधे चेतावनी देते हुए कहा, “माफी मांग लो, नहीं तो दो मिनट में ठीक कर देंगे।

डिंपल पर अभद्र टिप्पणी: नेता की मौलाना को चेतावनी – "माफी मांगो वरना दो मिनट में सबक सिखाएंगे"
डिंपल पर अभद्र टिप्पणी: नेता की मौलाना को चेतावनी – “माफी मांगो वरना दो मिनट में सबक सिखाएंगे”

क्या है मामला?

हाल ही में एक धार्मिक सभा के दौरान मौलाना तौकीर रशीदी ने डिंपल यादव के खिलाफ आपत्तिजनक और अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसके बाद सियासी गलियारों में इसकी तीव्र आलोचना शुरू हो गई। मौलाना ने डिंपल यादव के पहनावे और राजनीतिक भूमिका को निशाना बनाते हुए बेहद विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसे कई नेताओं और सामाजिक संगठनों ने महिलाओं का अपमान करार दिया।

आक्रोश और प्रतिक्रिया

सपा कार्यकर्ताओं समेत कई महिला संगठनों ने इस बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया और मौलाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। उधर, बीजेपी, कांग्रेस और बसपा सहित अन्य दलों ने भी इसे महिला विरोधी मानसिकता का उदाहरण बताया।

इस पूरे मामले में नया मोड़ तब आया जब एक क्षेत्रीय हिन्दूवादी नेता ने मौलाना रशीदी को मंच से खुलेआम चेतावनी दी। उन्होंने कहा:

अगर तुम्हें महिलाओं का सम्मान करना नहीं आता, तो यह समाज तुम्हें सिखा देगा। माफी मांग लो वरना दो मिनट भी नहीं लगेंगे तुम्हें सबक सिखाने में।
यह देश किसी की बपौती नहीं है, जहां तुम महिलाओं के खिलाफ जहरीली बातें करोगे और कोई जवाब नहीं देगा।

इस बयान के बाद सभा में तालियों की गूंज सुनाई दी, लेकिन कुछ वर्गों ने इसे भी उत्तेजक और असंवेदनशील बताया।

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं

  • समाजवादी पार्टी ने बयान को शर्मनाक बताया और कहा कि महिलाओं के खिलाफ ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सपा प्रवक्ता ने कहा कि डिंपल यादव एक लोकसभा सांसद और महिला की पहचान से ऊपर एक जनप्रतिनिधि हैं, जिनका सार्वजनिक रूप से अपमान करना संविधान का अपमान है।
  • भारतीय जनता पार्टी ने भी मौलाना रशीदी के बयान की निंदा की लेकिन साथ ही यह भी कहा कि सपा को अब महिलाओं के सम्मान पर दोहरा रवैया नहीं अपनाना चाहिए।
  • कांग्रेस की महिला विंग ने भी बयान को “घृणित और मध्यकालीन सोच का प्रतीक” बताया।

प्रशासन की भूमिका

इस विवाद के बाद संबंधित जिले के प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बयान का वीडियो संज्ञान में लिया है और कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की बात कही है। हालांकि अब तक मौलाना के खिलाफ कोई आधिकारिक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।

मौलाना रशीदी का पक्ष

इस पूरे घटनाक्रम के बाद मौलाना तौकीर रशीदी का एक वीडियो सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि उनका बयान तोड़ा-मरोड़ा गया है और उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वे माफी मांगने को तैयार हैं।

निष्कर्ष

डिंपल यादव पर की गई अभद्र टिप्पणी ने न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक स्तर पर भी नाराजगी पैदा कर दी है। जहां एक ओर बयान देने वाले मौलाना पर कार्रवाई की मांग हो रही है, वहीं दूसरी ओर नेता द्वारा दी गई धमकी भी चर्चा का विषय बन गई है। यह घटनाक्रम बताता है कि बोलने की आज़ादी की सीमाएं जब सम्मान और मर्यादा को लांघती हैं, तो समाज में अशांति और विवाद उत्पन्न होते हैं। आने वाले दिनों में इस पर क्या कानूनी कार्रवाई होती है और मौलाना माफी मांगते हैं या नहीं, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।

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