सावन माह जल्द खत्म होने वाला है, ऐसे में 4 अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार पड़ रहा है। इस दिन आप कर्ज मुक्ति से जुड़े कुछ उपाय कर सकते हैं।
श्रावण मास (सावन) का पवित्र महीना भगवान शिव की आराधना का विशेष समय होता है। इस महीने में शिवभक्त व्रत, उपवास, रुद्राभिषेक, जलाभिषेक और मंत्र जाप के माध्यम से भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। विशेषकर सावन के सोमवार का दिन शिव भक्ति के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। सावन के अंतिम सोमवार का विशेष महत्व है क्योंकि यह शिव को प्रसन्न करने का अंतिम अवसर होता है इस विशेष मास में। ऐसे में अगर आप आर्थिक समस्याओं, भारी कर्ज या जीवन में रुकावटों से परेशान हैं तो इस अंतिम सोमवार को कुछ खास मंत्रों का जाप जरूर करें।

यह मंत्र न केवल आपकी आर्थिक तंगी को दूर करेंगे, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करेंगे।
सावन के सोमवार का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सावन भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना होता है। कहते हैं कि इस माह में शिव जी बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। जो भक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति से इस दिन व्रत रखता है और पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सावन के अंतिम सोमवार को किए गए मंत्र जाप का फल कई गुना अधिक मिलता है, क्योंकि यह मास का अंतिम और अत्यंत शक्तिशाली दिन होता है।
विशेष शिव मंत्र जो आर्थिक संकट दूर करें

1. “ॐ नमः शिवाय”
यह पंचाक्षरी मंत्र सबसे सरल और प्रभावी है। इसका जाप नित्य करने से जीवन में शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य बना रहता है।
जप विधि:
- कम से कम 108 बार रुद्राक्ष माला से जाप करें।
- मन और शरीर को शुद्ध रखें।
2. “ॐ महाकालाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्”
यह महामृत्युंजय बीज मंत्र का संक्षिप्त रूप है, जो महाकाल शिव को समर्पित है। कर्ज से मुक्ति के लिए अत्यंत प्रभावी है।
3. **“ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”**
महामृत्युंजय मंत्र न केवल रोग, भय, संकट से रक्षा करता है, बल्कि कर्ज व आर्थिक परेशानियों से भी राहत दिलाता है।
जप विधि:
- सूर्योदय से पहले स्नान कर शिवलिंग पर जल अर्पण करें।
- 108 बार इस मंत्र का जाप करें।
4. “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नमः शिवाय श्रीं ह्रीं क्लीं नमः”
यह बीज मंत्र वित्तीय समस्याओं को दूर करने और लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए अति फलदायी है।
पूजन विधि
- प्रातःकाल स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनें।
- भगवान शिव का गंगाजल, दूध, दही, शहद से अभिषेक करें।
- बेलपत्र, धतूरा, आक, भस्म, चंदन, अक्षत, पुष्प अर्पित करें।
- दीपक जलाएं और धूप-दीप से आरती करें।
- मंत्र जाप करते हुए पूरे मन से प्रार्थना करें।
सावधानियां
- मंत्र जाप करते समय मन को एकाग्र रखें।
- अशुद्ध या अधूरी आस्था से किया गया जाप फलदायी नहीं होता।
- मंत्रों का उच्चारण सही ढंग से करें, गलत उच्चारण नुकसानदायक हो सकता है।
- सोमवार का व्रत और मंत्र जाप पूर्ण संयम और श्रद्धा से करें।
निष्कर्ष
सावन का अंतिम सोमवार एक विशेष अवसर होता है जब शिव जी की कृपा पाने का द्वार पूरी तरह खुला होता है। अगर आप जीवन में कर्ज, आर्थिक संकट या मनोबल की कमी से जूझ रहे हैं, तो इस दिन शिव मंत्रों का जाप करके अपने जीवन को सकारात्मक दिशा दे सकते हैं। शिव जी को सच्चे मन से स्मरण करें, निश्चित रूप से उनकी कृपा से जीवन में उन्नति, समृद्धि और शांति का मार्ग प्रशस्त होगा।
हर हर महादेव!
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