दिल्ली में आप नेता सौरभ भारद्वाज के घर ईडी ने छापेमारी की है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। जानें आखिर क्या है मामला?
दिल्ली की सियासत में मंगलवार को बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई सुबह से शुरू हुई और देर तक चली। ईडी की टीम ने इस दौरान कई दस्तावेज़ों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की। जैसे ही यह खबर सामने आई, दिल्ली की राजनीति गरमा गई और आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” करार दिया।

छापेमारी का कारण
ईडी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इस छापेमारी को लेकर कोई विस्तृत बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई कथित मनी लॉन्ड्रिंग और फंडिंग से जुड़े मामलों की जांच से संबंधित है। पिछले कुछ महीनों से ईडी और सीबीआई दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी से जुड़े कई मामलों की जांच कर रही हैं। शराब नीति घोटाला हो या कथित फंडिंग विवाद, इन मामलों में पहले भी कई आप नेताओं पर कार्रवाई हो चुकी है।
आप नेताओं का केंद्र पर हमला
छापेमारी की खबर मिलते ही आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करने सामने आए। आप नेताओं ने इसे लोकतंत्र और विपक्ष की आवाज़ दबाने की कोशिश बताया। दिल्ली के मंत्री आतिशी ने कहा, “भाजपा और केंद्र सरकार चुनावी हार से घबराकर ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं के खिलाफ कर रही है। सौरभ भारद्वाज हमेशा जनता के लिए आवाज़ उठाते रहे हैं, इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।”
आप प्रवक्ता संजीव झा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपने एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा, “जिस तरह से लगातार आप नेताओं पर छापेमारी की जा रही है, उससे साफ है कि भाजपा दिल्ली में आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता से बौखलाई हुई है। जनता सब देख रही है और समय आने पर जवाब देगी।”
संजय सिंह ने क्या कहा

आप नेता सौरभ भारद्वाज के खिलाफ ईडी की छापेमारी पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा, “… सौरभ भारद्वाज के खिलाफ दर्ज मामला झूठा और निराधार है। जिस समय ईडी ने मामला दर्ज किया था, उस समय वह मंत्री भी नहीं थे… आप नेताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करना और उन्हें जेल में डालना मोदी सरकार की नीति है… यह सभी आप नेताओं को एक-एक करके परेशान करने और जेल में डालने के लिए किया जा रहा है… पीएम मोदी की फर्जी डिग्री से ध्यान हटाने के लिए छापेमारी की जा रही है… पीएम मोदी की फर्जी डिग्री पर चर्चा होने से रोकने के लिए ईडी ने छापेमारी की है…”
क्या कहा आतिशी ने
आज सौरभ जी के यहाँ रेड क्यों हुई? क्योंकि पूरे देश में मोदी जी की डिग्री पर सवाल उठ रहे हैं, क्या मोदी जी की डिग्री फर्जी है? इस चर्चा से ध्यान हटाने के लिए ही रेड डाली गई है। जिस समय का केस बताया जा रहा है, उस समय सौरभ जी मंत्री भी नहीं थे। यानी पूरा केस ही झूठा है। सत्येंद्र जी को भी तीन साल जेल में रखकर आखिरकार CBI/ED को क्लोज़र रिपोर्ट देनी पड़ी। इससे साफ़ है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं पर लगाए गए सारे केस सिर्फ झूठे और राजनीति से प्रेरित हैं।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने आप नेताओं के आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ईडी एक स्वतंत्र एजेंसी है और वह कानून के अनुसार काम कर रही है। अगर किसी के खिलाफ भ्रष्टाचार या गलत तरीके से फंडिंग के सबूत हैं, तो कार्रवाई होना ज़रूरी है। भाजपा ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी अपने नेताओं के बचाव में केंद्र पर आरोप मढ़ने की आदत बना चुकी है।
सौरभ भारद्वाज का राजनीतिक सफर
सौरभ भारद्वाज आम आदमी पार्टी के उन नेताओं में गिने जाते हैं, जो शुरुआत से ही पार्टी के साथ जुड़े हैं। वह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं और दिल्ली की राजनीति में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। दिल्ली विधानसभा में भी उन्होंने कई बार भाजपा पर तीखे हमले किए हैं। उनकी छवि एक तेज़तर्रार और बेबाक नेता की है, जो हमेशा जनता के मुद्दों को लेकर सरकार और विपक्ष दोनों के सामने सवाल उठाते हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस छापेमारी की खबर वायरल हो गई। आप समर्थकों ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” बताते हुए केंद्र की आलोचना की, जबकि भाजपा समर्थकों ने इसे “भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़रूरी कार्रवाई” करार दिया। ट्विटर पर #SaurabhBharadwaj और #EDRaid जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
दिल्ली की राजनीति पर असर
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ईडी की इस कार्रवाई का असर दिल्ली की राजनीति पर गहरा पड़ सकता है। एक तरफ आप इसे जनता की सहानुभूति पाने के लिए इस्तेमाल कर सकती है, वहीं भाजपा इसे भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तौर पर पेश कर सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले चुनावी माहौल में ऐसे कदमों का बड़ा राजनीतिक महत्व होगा।
निष्कर्ष
सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की छापेमारी ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है। जहां आम आदमी पार्टी इसे लोकतंत्र पर हमला और केंद्र सरकार की साजिश बता रही है, वहीं भाजपा इसे कानूनी कार्रवाई करार दे रही है। सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद ही सामने आएगी, लेकिन इतना तय है कि इस कार्रवाई से दिल्ली की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है और इसका असर आगामी चुनावों तक दिख सकता है।