पिस्टल दिखाकर धमकी: रामलीला में BJP नेता का नशे में हंगामा !

रामलीला में बीजेपी नेता को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। इस दौरान वह नशे की हालत में पहुंचा था। जहां वह एक शख्स को पिस्टल दिखाकर खुलेआम जान से मारने की धमकी दे रहा है।

धार्मिक आयोजनों को लेकर देशभर में श्रद्धालु और आमजन हमेशा उत्साह और आस्था से भरे रहते हैं। खासकर रामलीला मंचन का समय लोगों के लिए त्योहार की तरह होता है। गांव से लेकर शहरों तक रामलीला देखने हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं। लेकिन इसी माहौल में अगर कोई राजनीतिक हस्ती नशे की हालत में पहुंचकर अशांति फैला दे, तो स्थिति बेकाबू हो जाती है। ऐसा ही मामला सामने आया, जब एक भाजपा नेता ने नशे की हालत में रामलीला मंचन के दौरान पिस्टल निकालकर लोगों को धमकाया और पूरे कार्यक्रम में अफरा-तफरी मच गई।

पिस्टल दिखाकर धमकी: रामलीला में BJP नेता का नशे में हंगामा !
पिस्टल दिखाकर धमकी: रामलीला में BJP नेता का नशे में हंगामा !

घटना का विवरण

मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला उत्तर भारत के एक कस्बे का है, जहां हर साल की तरह रामलीला का भव्य आयोजन चल रहा था। मंच पर कलाकार भगवान राम, लक्ष्मण और रावण के बीच संवाद प्रस्तुत कर रहे थे। दर्शकों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग बड़ी संख्या में मौजूद थे। तभी अचानक भाजपा नेता नशे की हालत में अपने समर्थकों संग वहां पहुंचे। शुरू में तो उन्होंने मंचन देखते हुए शोरगुल और हूटिंग की, लेकिन कुछ ही देर बाद उनका व्यवहार हिंसक हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नेता ने अचानक जेब से पिस्टल निकाली और हवा में लहराते हुए कहा — “गोली मारूंगा तो कोई बचा नहीं पाएगा।” यह सुनकर पूरे पंडाल में भगदड़ मच गई। लोग अपने परिवार को लेकर इधर-उधर भागने लगे। महिलाओं और बच्चों में सबसे ज्यादा दहशत फैल गई।

आयोजकों और दर्शकों की प्रतिक्रिया

रामलीला समिति के आयोजकों का कहना है कि नेता का यह कृत्य पूरी तरह से अस्वीकार्य है। “हम धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन करते हैं ताकि समाज में सद्भावना और परंपरा कायम रहे। लेकिन इस तरह हथियार लेकर धमकी देना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि आस्था के साथ भी खिलवाड़ है।”

स्थानीय लोगों ने बताया कि नेता पहले भी कई बार शराब के नशे में सार्वजनिक जगहों पर विवाद कर चुके हैं, लेकिन इस बार मामला बेहद गंभीर है क्योंकि हजारों लोग वहां मौजूद थे और कोई बड़ा हादसा हो सकता था।

पुलिस की कार्रवाई

मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। पुलिस ने नेता से पिस्टल जब्त कर ली और उन्हें हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि नेता के खिलाफ आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। साथ ही मेडिकल टेस्ट में शराब के नशे की पुष्टि भी हो चुकी है।

जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा, “कानून सबके लिए समान है। चाहे वह कोई आम नागरिक हो या राजनीतिक हस्ती, इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रामलीला जैसे धार्मिक कार्यक्रम में दहशत फैलाना गंभीर अपराध है।”

राजनीतिक माहौल में हलचल

इस घटना के बाद इलाके की राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दलों ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी के नेताओं का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। वहीं भाजपा की स्थानीय इकाई ने मामले से दूरी बनाते हुए इसे व्यक्तिगत कृत्य करार दिया। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “भाजपा अनुशासन और मर्यादा में विश्वास रखने वाली पार्टी है। अगर कोई नेता निजी स्तर पर अनुशासनहीनता करता है, तो उसके खिलाफ संगठनात्मक स्तर पर भी कार्रवाई की जाएगी।”

सामाजिक और धार्मिक संगठन की नाराजगी

धार्मिक संगठनों और स्थानीय साधु-संतों ने भी इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह सिर्फ कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं बल्कि आस्था पर हमला है। “रामलीला के मंच पर बैठकर हथियार लहराना सीधे-सीधे भगवान की मर्यादा का अपमान है।”

निष्कर्ष

रामलीला मंचन का मकसद लोगों में राम के आदर्श और मर्यादा पुरुषोत्तम की सीख देना है। ऐसे आयोजनों से समाज में नैतिक मूल्यों को मजबूत करने की प्रेरणा मिलती है। लेकिन जब कोई नेता नशे की हालत में पिस्टल तानकर दहशत फैलाए, तो यह न केवल धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ है, बल्कि समाज के लिए खतरनाक संदेश भी है।

फिलहाल पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता को हिरासत में ले लिया है और जांच जारी है। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर नेताओं में जिम्मेदारी और मर्यादा कब आएगी? जनता की आस्था से खिलवाड़ करने वालों को सख्त सजा मिले, यही लोगों की मांग है।

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