PM मोदी का जिक्र किए बिना राहुल-तेजस्वी को निशाने पर रखा !

PM मोदी ने बिहार में ‘कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी’ का वर्चुअली उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि डबल इंजन की नीतीश कुमार सरकार बिहार की शिक्षा संस्थाओं को आधुनिक कर रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सीधे किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि “आजकल लोग जननायक की चोरी करने में लगे हैं।” इस बयान के साथ ही उन्होंने बिहार के असली जननायक कर्पूरी ठाकुर के योगदान को याद किया और उनकी याद में बनाए गए संस्थानों के महत्व पर जोर दिया।

PM मोदी का जिक्र किए बिना राहुल-तेजस्वी को निशाने पर रखा !
PM मोदी का जिक्र किए बिना राहुल-तेजस्वी को निशाने पर रखा !

कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को बिहार में ‘कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी’ का वर्चुअली उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह यूनिवर्सिटी नीतीश कुमार की सरकार द्वारा भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर स्थापित की गई है। पीएम ने यूनिवर्सिटी के माध्यम से बिहार के युवाओं को कौशल और रोजगार के अवसर प्रदान करने पर जोर दिया।

मोदी ने कहा, “कर्पूरी ठाकुर ने हमेशा जनता की सेवा को सर्वोपरि रखा। उनकी नीतियों और योगदान ने बिहार को विकास की राह दिखाई। आज इस यूनिवर्सिटी के जरिए हम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि यूनिवर्सिटी युवाओं को आधुनिक कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार सृजन के अवसर उपलब्ध कराएगी, जिससे राज्य का समग्र विकास होगा।

विपक्ष पर निशाना

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “हमारे जननायक हमेशा जनता के लिए काम करते हैं। लेकिन आजकल कुछ लोग सिर्फ नाम और पहचान को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने में लगे हैं। यह सही नहीं है। जनता समझदार है और असली जननायक की पहचान कर सकती है।”
विशेषज्ञों का कहना है कि यह बयान स्पष्ट रूप से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और RJD नेता तेजस्वी यादव की ओर इशारा करता है, जो चुनावी माहौल में कर्पूरी ठाकुर की छवि और उनका राजनीतिक योगदान अपने पक्ष में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।

कर्पूरी ठाकुर का योगदान याद किया

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कर्पूरी ठाकुर के कार्यकाल और उनकी नीतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में सामाजिक न्याय और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने कहा, “कर्पूरी ठाकुर ने हमेशा आम जनता और किसानों के हित में फैसले लिए। उनकी नीतियां आज भी हमारे लिए प्रेरणा हैं।”

कर्पूरी ठाकुर का योगदान याद किया
कर्पूरी ठाकुर का योगदान याद किया

मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से राज्य और देश के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा कि “कौशल प्रशिक्षण से युवा रोजगार और आत्मनिर्भरता पा सकते हैं। यही सच्चा सम्मान और योगदान होगा, न कि केवल नाम का इस्तेमाल करना।”

राजनीतिक विश्लेषण

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम मोदी का यह बयान बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व विपक्ष पर सीधे हमला है। उन्होंने बिना नाम लिए ही राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर कटाक्ष किया, जो दोनों ही कर्पूरी ठाकुर की छवि और लोकप्रियता का चुनावी लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।

विशेषज्ञ अशोक सिन्हा ने कहा, “पीएम मोदी ने बहुत ही बारीकी से और रणनीतिक रूप से बयान दिया है। उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लिया, लेकिन सीधे नाम लेकर विवाद पैदा नहीं किया। यह चुनावी माहौल में संदेश देने की रणनीति है।”

युवाओं और कौशल विकास पर जोर

इस अवसर पर पीएम मोदी ने बिहार के युवाओं से भी सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि राज्य में कौशल और शिक्षा के अवसर बढ़ाने के लिए सरकार ने कई पहल की हैं। कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी इसका प्रतीक है। मोदी ने कहा कि इस यूनिवर्सिटी के माध्यम से युवाओं को रोजगार, उद्यमिता और आधुनिक कौशल के अवसर मिलेंगे।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान और कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी का उद्घाटन दोनों ही बिहार विधानसभा चुनाव के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। एक ओर पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसा और अपने बयान के माध्यम से सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवारों के लिए माहौल तैयार किया, वहीं दूसरी ओर युवाओं और कौशल विकास पर जोर देकर सरकार की नीतियों को उजागर किया।
अब देखना यह है कि विपक्ष इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया देता है और आगामी चुनावी मैदान में इसका कितना असर पड़ता है।

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