शादी के पवित्र बंधन में बंधे जीत और दीवा , बेटे की शादी में गौतम अडानी ने खोला खज़ाना

अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी के छोटे बेटे जीत अडानी शुक्रवार (7 फरवरी) को अपनी मंगेतर दिवा शाह के साथ विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए. यह विवाह एक निजी समारोह में संपन्न हुआ, जिसमें केवल परिवार के सदस्य और करीबी दोस्त ही शामिल हुए. शादी के सभी कार्यक्रम शांतिग्राम अहमदाबाद में पारंपरिक जैन रीति-रिवाजों के अनुसार आयोजित किए गए. अडानी परिवार ने इस शादी को भव्य बनाने के बजाय सादगीपूर्ण बनाए रखने को प्राथमिकता दी. इस समारोह में किसी भी बॉलीवुड स्टार, उद्योगपति या राजनेता को आमंत्रित नहीं किया गया था.

शादी की तस्वीरें शेयर कर मांगा आशीर्वाद

गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’पर शादी की तस्वीरें शेयर कीं और अपने शुभचिंतकों से आशीर्वाद मांगा. उन्होंने लिखा, “सर्वशक्तिमान के आशीर्वाद से जीत और दिवा आज विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए. ये एक छोटा और बेहद निजी समारोह था इसलिए हम चाहकर भी सभी शुभचिंतकों को आमंत्रित नहीं कर सके जिसके लिए मैं माफी चाहता हूं.” अडानी के इस संदेश के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं दीं ,

अडानी एयरपोर्ट्स के डायरेक्टर हैं जीत अडानी

जीत अडानी वर्तमान में अडानी एयरपोर्ट्स के डायरेक्टर हैं जो समूह के एयरपोर्ट बिजनेस का संचालन करने वाली प्रमुख कंपनी है. उन्होंने पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है और 2019 में अडानी समूह के CFO कार्यालय से अपने करियर की शुरुआत की थी. दूसरी ओर दिवा शाह प्रसिद्ध हीरा व्यापारी जैमिन शाह की बेटी हैं. जैमिन शाह “सी. दिनेश एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड” के सह-मालिक हैं और मुंबई और सूरत में उनका व्यापक हीरा बिजनेस है,

समाज सेवा के लिए दान किए 10 हजार करोड़ रुपये

बिजनेसमैन गौतम अडाणी ने न सिर्फ शादी को साधारण रखा, बल्कि समाज सेवा के लिए 10,000 करोड़ रुपये भी दान किए। बेटे की शादी के अवसर पर यह अनोखा उपहार उन्होंने समाज के कल्याण के लिए दिया है। गौतम अडाणी का यह दान उनके परमार्थ के विचार ‘सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है’ पर आधारित है। उनके दान का बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर खर्च किया जाएगा। इस पहल से समाज के सभी वर्गों को किफायती विश्व स्तरीय अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, शीर्ष स्तरीय के-12 स्कूलों और सुनिश्चित रोजगार क्षमता के साथ ग्लोबल स्किल एकेडमी के नेटवर्क तक पहुंच प्रदान होगी।