संभल हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने जफर से बात होना स्वीकारा !

संभल में हुई पिछले साल 24 नंवबर को शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर सर्वे के दौरान हिंसा मामले में अब पुलिस जांच में..

जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में 24 नवंबर, 2024 को हुई हिंसा के आरोपित्त सपा सांसद जियाउर्रहमान बैंक ने मंगलवार को विशेष जांच दल (एसआइटी) के सामने स्वीकार किया कि इंतेजामिया कमेटी के गिरफ्तार सदर जफर अली से बात होती थी। मस्जिद के सर्वे और हिंसा के बारे में भी बात हुई, लेकिन हिंसा का षड्यंत्र रचने के आरोप से इन्कार किया। हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी, 30 अधिकारी व पुलिसकर्मी घायल हुए थे।

एसआइटी ने सांसद से करीब तीन घंटे पूछताछ की। इस दौरान 50 से अधिक सवाल पूछे गए। सूत्रों के अनुसार सांसद ने कहा कि जफर अली से उनकी रुटीन बातचीत होती है। सांसद ने हिंसा के दिन बेंगलुरु में होने की बात कही। बताया कि 23 नवंबर को वह आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की बैठक में भाग लेने गए थे। उन्होंने बोर्डिंग पास भी एसआइटी को दिया।

संभल हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने जफर से बात होना स्वीकारा !
संभल हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने जफर से बात होना स्वीकारा !

हिंसा मामले में बनाया गया आरोपी

संभल में पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को आरोपी बनाया गया है। उन पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया गया है। पिछले दिनों एसआईटी ने जिया उर रहमान बर्क को नोटिस भेजा था। पिछले दिनों एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया था कि सांसद बर्क से पूछताछ के लिए जल्द ही 41 (ए) का नोटिस जारी किया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि सांसद ने हिंसा से पहले और बाद में किससे क्या बातचीत की थी।

पूछताछ में जफर अली ने लिया था नाम

संभल हिंसा मामले में 23 मार्च को पुलिस ने जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य जफर अली से पूछताछ की थी। उन्होंने पूछताछ के दौरान SIT को सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की संलिप्तता के बारे में बताया था। इसके बाद पुलिस ने अपनी केस डायरी में 24 नवंबर की हिंसा जामा मस्जिद के सदर जफर अली और जिया उर रहमान बर्क की साजिश का जिक्र किया था।

वहीं इससे पहले सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने बीते 26 मार्च को अपने खिलाफ जारी किए गए नोटिस पर कहा था कि मामले में उनका नाम गलत तरीके से घसीटा गया है। बर्क ने कहा था, “जब मुकदमा दर्ज हुआ और मेरा नाम गलत तरीके से इसमें शामिल किया गया, तो मैंने अखिलेश यादव के नेतृत्व में स्पीकर साहब से मुलाकात की थी। मैंने अपने साथ हुए अन्याय के बारे में चिंता जताई थी, क्योंकि मुझे सुरक्षा का अधिकार है। इस कारण हमने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि हमें न्याय मिले।

पूछताछ में जफर अली ने लिया था नाम
पूछताछ में जफर अली ने लिया था नाम

पुलिस ने दाखिल की केस डायरी

संभल पुलिस ने अपर जिला सत्र एवं न्यायाधीश निर्भय नारायण सिंह की कोर्ट में केस डायरी दाखिल कर दी है। पुलिस की ओर से अदालत में दाखिल केस डायरी में मस्जिद के सदर जफर अली और सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के वार्तालाप का ब्यौरा दिया गया है। सदर जफर अली की कॉल डिटेल्स रिपोर्ट (सीडीआर) को भी आधार बनाया गया है। अदालत में अभियोजन पक्ष की तरफ से जफर अली को मुख्य साजिशकर्ता कहा गया है।

वकील ने दी जानकारी

शासकीय अधिवक्ता हरिओम सैनी ने पूरे मामले में मीडिया को बताया कि पुलिस की ओर से दाखिल केस डायरी में पुलिस अधिकारियों की सदर जफर अली से पूछताछ का ब्यौरा दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने उनसे जब पूछा कि 24 नंवबर को सर्वे के दौरान वो मस्जिद के अंदर थे तो उन्हें कैसे मालूम हुआ कि पथराव कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोली चलाई है। इस पर उन्होंने कहा कि सासंद जियाउर्रहमान बर्क के कहने पर उन्होंने ऐसा कहा था। यानी अब पूरे प्रकरण की परत दर परत सच्चाई बाहर आने लगी है।

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