लखनऊ में FIR दर्ज होने के बाद भी नेहा सिंह राठौर ने खुद को ‘ढीठ लड़की’ कहकर इंटरव्यू में जोरदार प्रतिक्रिया दी है. उनका ये बोल्ड अंदाज लोगों को चौंका रहा है.
लोक गायिका और लेखिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर उनकी टिप्पणी सोशल मीडिया पर बवाल का कारण बनी. उनके खिलाफ लखनऊ में राजद्रोह जैसे गंभीर आरोपों के तहत FIR दर्ज हो गई है. इसके साथ ही अयोध्या समेत देश के अन्य हिस्सों में भी उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं.

क्या है पूरा मामला?
नेहा सिंह राठौर ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने व्यवस्था से तीखे सवाल पूछे. इसके बाद कई लोगों ने उन पर देश की एकता को नुकसान पहुंचाने और पाकिस्तान को फायदा देने जैसे आरोप लगाए. नेहा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा , ‘मैं अपने विरोधियों को नहीं, जनता को जगाने की कोशिश कर रही हूं. आदमी मरने के बाद कुछ नहीं सोचता, कुछ नहीं बोलता – और जब कोई सोचता और बोलता नहीं है, तो वो जीते जी मरा हुआ होता है.’
‘हिंदू खतरे में ही क्यों रहता है?’
नेहा ने कहा कि पिछले 10 साल से एक ही पार्टी सत्ता में है और फिर भी ‘हिंदू खतरे में’ जैसे नैरेटिव बनाए जा रहे हैं. नेहा ने कहा कि, ‘रोज़गार, शिक्षा, महंगाई जैसे मुद्दों पर बात ही नहीं होती. क्योंकि चुनावी एजेंडे से ये मुद्दे गायब हैं.’
‘मेरे पास वकील की फीस तक नहीं थी’
FIR दर्ज होने के बाद नेहा ने सोशल मीडिया पर कहा था कि उनके पास वकील की फीस तक देने के पैसे नहीं हैं. इसके बाद देश के जाने-माने वकील कपिल सिब्बल उनका केस लड़ने के लिए आगे आए. एक सवाल के जवाब में नेहा कहती हैं कि, ‘यह विक्टिम कार्ड नहीं था. मैंने सच बताया. आज भी मेरे ICICI अकाउंट में सिर्फ ₹519 हैं.’
‘सवाल पूछना लोकतंत्र की आत्मा है’
नेहा बार-बार इस बात पर जोर देती हैं कि वो किसी साजिश का हिस्सा नहीं, बल्कि एक जागरूक नागरिक हैं जो लोकतांत्रिक व्यवस्था से जवाब मांगती हैं.
‘भाजपा देश नहीं है, प्रधानमंत्री भगवान नहीं हैं’

लोक गायिका ने कहा- ‘मैं इस देश की जनता से पूछना चाहती हूं कि क्या यही पाने के लिए आपने वोट दिया था। कि सवाल पूछने पर आपको देशद्रोही और गद्दार कर दिया जाए। भाजपा देश नहीं है। प्रधानमंत्री भगवान नहीं हैं। लोकतंत्र में आलोचना तो होगी। सवाल तो पूछे जाएंगे। मेरे सवालों से इतनी दिक्कत है तो सत्ता छोड़कर विपक्ष में आ जाइए। सवाल नहीं पूछूंगी तब मैं।’
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
शिकायत के आधार पर हजरतगंज पुलिस ने बताया कि लोक गायिका के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत कई आरोपों में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें सांप्रदायिक दुश्मनी को बढ़ावा देने, सार्वजनिक शांति को भंग करने और भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने का प्रयास करना शामिल है। साथ ही, उन पर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
बीएनएस में स्पष्ट रूप से राजद्रोह का उल्लेख नहीं किया गया है, जैसा कि औपनिवेशिक युग के भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए में इसका उल्लेख था, लेकिन नयी आपराधिक संहिता की धारा 152 देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने के समान आरोपों से निपटती है।