लखनऊ में गुरुवार सुबह दो भीषण सड़क हादसे हुए। पहला हादसा किसान पथ पर हुआ, जहाँ एक स्लीपर बस में आग लगने से पाँच यात्रियों की जान चली गई।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार की सुबह दर्दनाक दो बड़े सड़क हादसे हो गए। एक तो किसान पथ पर स्लीपर बस में आग लगने का हादसा हुआ, जिसमें 5 यात्रियों की मौत हो गई। वहीं दूसरा हादसा फैजाबाद रोड पर हुआ। मौरंग लदे ट्रकों में टक्कर के बाद एक की मौत हो गई।
लखनऊ में फैजाबाद रोड पर मटियारी चौराहे के पास हुए हादसे के बाद लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। टक्कर के बाद गाड़ी में आग लग गई। हादसे में ट्रक ड्राइवर की जिंदा चलने से मौत हो गई। वहीं क्लिनर झुलसकर घायल हो गया, जिसे तत्काल ऐम्बुलेंस की मदद से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह घटना गुरुवार सुबह लगभग 5.0 बजे हुई, जब बस बिहार के बेगूसराय से दिल्ली की ओर जा रही थी। ड्राइवर और क्लीनर आग लगते ही बस से कूदकर भाग गए। बस से दो सिलेंडर भी मिले। गियर बॉक्स के पास आग लगी थी।
गुरुवार सुबह के समय अचानक बस में आग लगी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और यात्रियों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया। मौके पर पहुंची आधा दर्जन से अधिक दमकल वाहनों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग इतनी भयावह थी कि बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई।

यात्रियों के अनुसार चलती बस में अचानक धुआं भरने लगा, जिससे अफरा-तफरी मच गई। कुछ ही मिनटों में आग की तेज लपटें उठने लगीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस ड्राइवर और कंडक्टर बस को छोड़कर भाग गए। ड्राइवर की सीट के पास एक एक्सट्रा सीट होने के कारण यात्रियों को नीचे उतरने में परेशानी हुई। कई यात्री हड़बड़ी में उतरते समय फंसकर गिर गए। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
घटना की सूचना मिलने पर पीजीआई, मोहनलालगंज, सुशांत गोल्फ सिटी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसीपी रजनीश वर्मा ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू की कमान संभाली। पुलिस ने मृत यात्रियों के शवों को बस से बाहर निकलवाकर एम्बुलेंस की मदद से पोस्टमॉर्टम के लिये भेजा है। डबल डेकर बस में लगी आग को आधा दर्जन दमकल वाहनों से बुझाई गयी। बस में सवार यात्रियों का सारा सामान जलकर खाक हुआ।
बस में 80 यात्री थे सवार
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस के ‘गेयर बाक्स’ में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी। सूत्रों ने बताया कि बस में लगभग 80 यात्री सवार थे और उस समय सभी यात्री सो रहे थे। आग इतनी तेज थी कि एक किलोमीटर दूर तक उसकी लपटें दिखाई दे रही थीं।
आपातकालीन द्वार नहीं खुला
मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हादसे के बाद पता चला कि बस का आपातकालीन द्वार नहीं खुल पाया, जिससे यात्रियों को बाहर निकलने में परेशानी हुई। इस वजह से कई लोग फंसे रह गए और मौत हो गई।

मौके पर भारी पुलिस बल और पीजीआई की टीम भी पहुंची। पुलिस ने मृत यात्रियों के शवों को बस से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए एंबुलेंस की मदद से भेजा। घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है। घटना में पांच यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनके शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
Also Read :
‘नया भारत, नया संकल्प’—पीएम मोदी के भाषण पर सीएम योगी ने आतंकवाद पर दिखाई सख्ती