उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले से बड़ी खबर सामने आई है. केदारनाथ पैदल मार्ग पर लैंडस्लाइड की वजह से दो लोगों की मौत हो गई.
प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ जा रहे श्रद्धालुओं के लिए एक और दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। मंगलवार को केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के बाद अचानक पहाड़ी से मलबा गिरने की घटना में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए। यह हादसा भीमबली और छानी कैंप के बीच हुआ, जहां यात्रियों की आवाजाही लगातार बनी रहती है।

प्रशासन के अनुसार, सुबह करीब 9 बजे पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर और मलबा यात्रियों के ऊपर आ गिरा। उस वक्त कई श्रद्धालु इस मार्ग से होकर केदारनाथ की ओर जा रहे थे। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान फिलहाल नहीं हो सकी है। चार अन्य घायलों को हेलीकॉप्टर के जरिए गुप्तकाशी स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
भारी बारिश बनी हादसे की वजह
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे पहाड़ियों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी किया था कि चारधाम यात्रा मार्ग पर फिसलन और मलबा गिरने की आशंका बनी रह सकती है। इसके बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ यात्रा पर निकले हुए हैं।
यात्रा फिलहाल आंशिक रूप से रोकी गई
घटना के बाद प्रशासन ने भीमबली से ऊपर की ओर यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है और मार्ग को साफ करने के लिए SDRF और PWD की टीमें लगाई गई हैं। वहीं, नीचे से आ रहे श्रद्धालुओं को भी सोनप्रयाग में ही रोका गया है ताकि मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित होने के बाद ही आगे बढ़ने की अनुमति दी जा सके।
प्रशासन की अपील
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन और चारधाम यात्रा प्रबंधन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति पर नजर रखें और अनावश्यक जोखिम न लें। साथ ही, अधिक भीड़भाड़ वाले समय या खराब मौसम में पैदल यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
तीर्थयात्रियों में दहशत का माहौल
इस घटना के बाद यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं में भय और चिंता का माहौल है। कुछ श्रद्धालु यात्रा बीच में ही रोककर वापस लौटने लगे हैं, जबकि अन्य लोग सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं।
केदारनाथ यात्रा को लेकर यह कोई पहली घटना नहीं है। हर वर्ष भारी बारिश और भूस्खलन के कारण ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में एक बार फिर यात्रा मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था, समय रहते मलबा हटाने की तैयारियां और मौसम को लेकर सतर्कता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सरकार और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मारे गए श्रद्धालुओं के परिजनों को हर संभव सहायता दी जाएगी और यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए तत्काल प्रभाव से कदम उठाए जा रहे हैं।
Also Read :
केदारनाथ से गुप्तकाशी लौटते वक्त हेलिकॉप्टर क्रैश—7 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत !