मेरठ में देहव्यापार का भंडाफोड़: आसमा सचदेवा और राजवीर सचदेवा टीपी नगर में बंद
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में देहव्यापार के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। मेरठ-बागपत रोड स्थित कान्हा प्लाजा में चल रहे इस नेटवर्क का संचालन राजनीतिक संरक्षण में किया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी आसमा सचदेवा और उसके पति राजवीर सचदेवा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र से पकड़ा गया है, जहां ये लंबे समय से कथित रूप से देहव्यापार का अवैध कारोबार संचालित कर रहे थे।
पुलिस को इस रैकेट की जानकारी मुखबिर के जरिए मिली थी, जिसके बाद एक टीम ने टीपी नगर क्षेत्र में एक फ्लैट पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान मौके से कई आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज बरामद किए गए हैं। साथ ही कुछ पीड़ित महिलाओं को भी वहां से छुड़ाया गया है, जिन्हें विभिन्न राज्यों से लाकर इस रैकेट में जबरन शामिल किया गया था।
आसमा सचदेवा और राजवीर सचदेवा पर आरोप है कि ये लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए ग्राहकों से संपर्क करते थे और लड़कियों को धोखे से इसमें धकेलते थे। बताया जा रहा है कि इस रैकेट के तार कई अन्य शहरों से भी जुड़े हुए हैं, जिसकी जांच की जा रही है।

टीपी नगर थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ देह व्यापार (Immoral Traffic Prevention Act) और मानव तस्करी से संबंधित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, और पुलिस इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
मेरठ पुलिस के अनुसार, यह एक संगठित गिरोह है जो पिछले कुछ वर्षों से इस अवैध धंधे को चला रहा था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही इस रैकेट से जुड़े अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इस तरह के अपराधों पर अब सख्त नियंत्रण लगेगा। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें कहीं भी इस तरह की संदिग्ध गतिविधियां नजर आएं तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
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