“कम उड़ानें, बड़ी योजना: एयर इंडिया ने बताया क्यों घटाईं सेवाएं” !

एयर इंडिया ने कई मार्गों पर उड़ानों की संख्या कम करने का निर्णय लिया है। एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि इस कटौती का मकसद एयर इंडिया के नेटवर्क परिचालन की स्थिरता को मजबूत करना और यात्रियों को अंतिम समय में होने वाली असुविधा को कम करना है।

एयर इंडिया ने हाल ही में एक बड़ा रणनीतिक फैसला लेते हुए अपनी कुछ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या में कटौती करने की घोषणा की है। यह कदम अचानक नहीं, बल्कि एक सोची-समझी योजना के तहत उठाया गया है। एयरलाइन के मुताबिक, यह निर्णय कंपनी की “नेटवर्क ऑप्टिमाइजेशन स्ट्रैटेजी” यानी उड़ानों को अधिक कुशल, लाभदायक और मांग के अनुरूप संचालित करने की नीति का हिस्सा है।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि कम मांग वाले रूट्स पर फालतू उड़ानों को बंद किया जा रहा है, जिससे संसाधनों का सही इस्तेमाल हो सके और यात्रियों को बेहतर समयबद्ध सेवाएं मिलें। कंपनी अब उन रूट्स पर अधिक फोकस कर रही है, जहां यात्री ट्रैफिक अधिक है और उड़ान सेवाएं व्यावसायिक रूप से अधिक लाभदायक साबित हो सकती हैं। इसके साथ ही एयर इंडिया अपने बेड़े का आधुनिकीकरण और क्रू में सुधार की प्रक्रिया भी तेज कर रही है, ताकि सेवा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके।

"कम उड़ानें, बड़ी योजना: एयर इंडिया ने बताया क्यों घटाईं सेवाएं" !
“कम उड़ानें, बड़ी योजना: एयर इंडिया ने बताया क्यों घटाईं सेवाएं” !

हालांकि इस फैसले से कुछ यात्रियों को शॉर्ट टर्म में परेशानी हो सकती है, लेकिन एयरलाइन का दावा है कि यह कदम लंबी अवधि में यात्रियों और कंपनी दोनों के हित में होगा। विशेषज्ञों के अनुसार, यह फैसला प्रतिस्पर्धा के बढ़ते दबाव, ऑपरेशनल लागत और फ्लाइट डिले की समस्याओं से निपटने के लिए एक जरूरी रणनीति है। एयर इंडिया का यह ‘कम उड़ानें, बड़ी योजना’ वाला रुख दर्शाता है कि अब कंपनी केवल संख्या नहीं, बल्कि गुणवत्ता और दक्षता को प्राथमिकता दे रही है।

15 जुलाई तक घटाई गई विमानों की संख्या

बयान के मुताबिक, ”इस स्वैच्छिक निर्णय से एयर इंडिया की सेवाओं का तीन मार्गों पर अस्थायी निलंबन होगा और 19 मार्गों पर फेरों में कमी आएगी। ये परिवर्तन कम से कम 15 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेंगे।” तीन मार्गों – बेंगलुरु-सिंगापुर, पुणे-सिंगापुर और मुंबई-बागडोगरा (एआई551/552) पर सप्ताह में सात बार उड़ानें कम से कम 15 जुलाई तक स्थगित रहेंगी। दिल्ली-बेंगलुरु और दिल्ली-मुंबई सहित कई अन्य मार्गों पर उड़ानों की संख्या में कमी की जाएगी। एयरलाइन के अनुसार इस कटौती का मकसद एयर इंडिया के नेटवर्क परिचालन की स्थिरता को मजबूत करना और यात्रियों को अंतिम समय में होने वाली असुविधा को कम करना है। 

एयर इंडिया ने दिया बयान

एयर इंडिया ने दिया बयान
एयर इंडिया ने दिया बयान

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “खाड़ी क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच, एयर इंडिया समूह पुष्टि करता है कि हमारी उड़ानें वर्तमान में ईरान, इराक और इजरायल के हवाई क्षेत्रों से होकर नहीं गुजरती हैं। एक सक्रिय उपाय के रूप में, हम आने वाले दिनों में फारस की खाड़ी के ऊपर कुछ हवाई क्षेत्रों के उपयोग से बचेंगे, इसके बजाय यूएई, कतर, ओमान और कुवैत सहित गंतव्यों के लिए उड़ानों के लिए वैकल्पिक मार्गों का चयन करेंगे।

इस समायोजन से इन सेवाओं के लिए उड़ान अवधि में वृद्धि हो सकती है। एयर इंडिया हमारे बाहरी सुरक्षा सलाहकारों के साथ निरंतर परामर्श कर रही है और विकसित हो रही स्थिति की सतर्कतापूर्वक निगरानी कर रही है। हमारे संचालन की सुरक्षा और अखंडता को बनाए रखने के लिए, यदि आवश्यक हो, तो अतिरिक्त उपायों को लागू करने के लिए तैयार हैं। हम अपने यात्रियों को किसी भी अपडेट से अवगत कराते रहेंगे। हमारे यात्रियों, कर्मचारियों और विमानों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

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