इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल ने शानदार शतक लगाया था। अब उनके पास दूसरे टेस्ट मैच में एक बड़ा इतिहास रचने का मौका होगा।
भारत के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल एक बार फिर क्रिकेट प्रेमियों की नजरों में छाए हुए हैं। एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में उतरते ही वह न सिर्फ अपनी बल्लेबाजी से टीम को मजबूत शुरुआत दिला सकते हैं, बल्कि एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर सकते हैं—जो अब तक भारत के दो दिग्गज बल्लेबाजों, राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग के नाम दर्ज है।
दरअसल, यशस्वी जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर सबसे तेज़ 1000 रन बनाने के बेहद करीब हैं। अभी तक इस मुकाम को सबसे कम पारियों में छूने वाले भारतीय ओपनर सहवाग और द्रविड़ रहे हैं, जिन्होंने लगभग 11-12 टेस्ट में ये आंकड़ा छुआ था। लेकिन अगर जायसवाल एजबेस्टन में एक और बड़ी पारी खेलते हैं, तो वे इस कीर्तिमान को नए स्तर पर ले जा सकते हैं।
यशस्वी ने अब तक अपने टेस्ट करियर में शानदार शुरुआत की है। उन्होंने विदेश में भी अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है और घरेलू परिस्थितियों में तो उनका प्रदर्शन और भी अधिक निखरकर सामने आया है। उनका आक्रामक yet संयमित खेल टेस्ट क्रिकेट के लिए एक ताजगी भरा उदाहरण बन चुका है।

टीम इंडिया के लिए भी यह मुकाबला बेहद अहम है, क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन की पिच पारंपरिक रूप से तेज़ गेंदबाजों की मददगार रही है। ऐसे में जायसवाल की भूमिका और भी बड़ी हो जाती है। अगर वे नई गेंद को अच्छे से खेलते हैं और टीम को ठोस शुरुआत देते हैं, तो न सिर्फ भारत मजबूत स्थिति में होगा, बल्कि क्रिकेट इतिहास में उनका नाम एक खास रिकॉर्ड के साथ दर्ज हो जाएगा।
विशेषज्ञों की मानें तो जायसवाल के पास तकनीक, आत्मविश्वास और धैर्य तीनों हैं, जो उन्हें लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट का सितारा बनाए रख सकते हैं। अब देखना यह है कि क्या एजबेस्टन की चुनौती के बीच यशस्वी इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज करा पाते हैं या नहीं।
फिलहाल, क्रिकेट फैंस की निगाहें उसी एक सवाल पर टिकी हैं—क्या यशस्वी जायसवाल बना पाएंगे नया इतिहास?
जायसवाल के पास गावस्कर को पीछे छोड़ने का मौका

यशस्वी जायसवाल ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 20 मैचों में 52.86 की औसत के साथ 1903 रन बनाए हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन का आंकड़ा छूने से सिर्फ 97 ही रन दूर है। अगर वह एजबेस्टन में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में 97 रन बनाने में कामयाब होते हैं तो वह सबसे कम मैचों में 2000 टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बन जाएंगे। फिलहाल यह रिकॉर्ड लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर के नाम है। गावस्कर ने 23 टेस्ट मैचों में अपने 2000 रनों का आंकड़ा पार किया था। जायसवाल के पास गावस्कर के इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए दो मैचों का वक्त होगा।
क्या राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग से आगे निकल पाएंगे जायसवाल?
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 2000 रन बनाने वाले बाकी के भारतीय बल्लेबाजों की करें तो वहां सुनील गावस्कर के बाद राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों का नाम है। इन दोनों पूर्व खिलाड़ियों ने 25 मैचों में इस आंकड़े को हासिल किया था। वहीं अगर पारी के हिसाब से सबसे तेज 2000 टेस्ट रन बनाने के रिकॉर्ड की बात की जाए तो वहां टॉप पर राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग का नाम है। इन दोनों ने 40-40 पारियों में यह रिकॉर्ड बनाया था, वहीं गावस्कर ने 44 पारियों में 2000 टेस्ट रन पूरे किए थे। यशस्वी जायसवाल ने अभी तक टेस्ट क्रिकेट में 38 पारियां खेली है, अगर वह दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 97 रन बना लेते हैं तो वह सबसे कम पारियों में 2000 टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे।
लीड्स टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल की फील्डिंग रही थी बेहद खराब
इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में शतक जरूर लगाया था, लेकिन इस मुकाबले में उनकी फील्डिंग बेहद खराब रही थी। जिस वजह से उन्हें काफी ट्रोल किया गया। दोनों पारियों को मिलाकर उन्होंने कम से कम पांच कैच छोड़े थे। वहीं दूसरी पारी में वह बल्ले से फ्लॉप रहे थे और सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हुए। अब देखना ये होगा कि वह दूसरे टेस्ट मैच में कैसा प्रदर्शन करते हैं।
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